सीधी (ईन्यूज एमपी)- सीधी जिले में इन दिनों काफी राजनीतिक उठापटक देखी जा रही है, कोई यहां जा रहा है तो कोई वहां फेरबदल और दलबदल लगातार जारी है लोग एक दूजे के विश्वासपात्रो पर सेंध लगा रहे हैं हालांकि नहले पर दहला वाली स्थिति बरकरार है और पलड़ा भी भारी है। जी हां विगत कुछ दिनों के घटनाक्रम पर गौर करें तो राजनीतिक गलियारों में लगातार उठापटक और खींचतान जारी है और ऐसे ऐसे घटनाक्रम घटित हो रहे हैं जिनकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी बात करें कल हुए दलबदल के क्रम की तो विगत 40 वर्षों से कांग्रेस की नैया में सवार जिले के पक्के कांग्रेसी और कांग्रेस महामंत्री भानु पांडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर सार्वजनिक रूप से ना केवल कांग्रेस से किनारा किया बल्कि कांग्रेस की नीति रीति पर सवालिया निशान उठाते हुए इससे भेदभाव करने वाली पार्टी बताया गया उक्त घटनाक्रम एक सरल सी घटना दिखता है लेकिन यदि गहनता पर गौर करें तो एक बार फिर चुरहट के वर्तमान विधायक ने पूर्व विधायक को पटकनी देते हुए उनके एक विश्वासपात्र को उनसे अलग कर दिया है। पूर्व में चुरहट विधायक शरदेंदु तिवारी के बेहद करीबी रहे युवा नेता ज्ञानेंद्र अग्निहोत्री का भाजपा से किनारा करना और बड़े धूमधाम से कांग्रेस में शामिल होना चर्चा का विषय रहा और चारों ओर कांग्रेश के इस कृत्य की वाहवाही हो रही थी ज्ञानेंद्र अग्निहोत्री बीजेपी में यूथ का एक प्रसिद्धि प्राप्त चेहरा था जिसे पूर्व विधायक अजय सिंह द्वारा कांग्रेस में शामिल कर लिया गया था लेकिन चुरहट के वर्तमान विधायक शरदेंदु तिवारी ने भी राजनीति में सधी पारी खेलते हुए कांग्रेस में यूथ से लेकर अब तक अलग अलग भूमिका निभाने वाले वर्तमान कांग्रेस महासचिव भानू पांडे को कांग्रेस से पृथक कर दिया और अब कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही ज्ञानेंद्र की तरह भानू की भी धूमधाम से भाजपा में आवभगत की जाएगी और कांग्रेसी के लिए चमकने वाले भानू अब भाजपा को अपनी रोशनी देंगे।