सिंगरौली(ईन्यूज एमपी)-मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में पुलिस विभाग के कई बिलो में गड़बड़ी करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जिसके बाद अब इस मामले में सिंगरौली एसपी बीरेन्द्र कुमार सिंह ने रक्षित निरीक्षक आशीष तिवारी पर एक्शन लिया है। सिंगरौली एसपी वीरेंद्र कुमार सिंह ने रक्षित निरीक्षक आशीष तिवारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। अमानत में खयानत के मामले में सिंगरौली एसपी ने बड़ी कार्यवाही करते हुए रक्षित निरीक्षक को निलंबित कर दिया है. दरअसल शिकायतकर्ता नीरज सिंह निवासी विन्ध्यनगर सेक्टर नंबर-04 सिंगरौली ने रक्षित निरीक्षक आशीष तिवारी के खिलाफ शासकीय धन राशि के गबन करने कि शिकायत की गई थी जहां जांच के दौरान पाया गया कि रक्षित निरीक्षक आशीष तिवारी जानबूझकर पुलिस विभाग के विभिन्न मदों में स्वास्थ्य की धन राशि का फर्जी तरीके से बिल तैयार कर करीब 1059795 रुपए का फर्जीवाड़ा किया है। रक्षित निरीक्षक आशीष तिवारी ने धनराशि का गबन विनोद कुमार यादव के नाम पर राशि ट्रांसफर कर लिया था। साथ ही 10000 रुपए का ट्रांजैक्शन आशीष तिवारी फोन पे- 9407512100 यूपीआई के जरिए प्राप्त किया था। बता दें कि शातिर रक्षित निरीक्षक आशीष तिवारी अपने प्रति कर्तव्य एवं दायित्व का दुरुपयोग करते हुए शासकीय धनराशि का गबन किया है। रक्षित निरीक्षक ने विनोद कुमार यादव के नाम से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शाखा संजय नगर में डमी खाता क्रमांक- 452502010027138 खुलवाया। इस खाते में करीब 1059795 ट्रांसफर करवाएं रक्षित निरीक्षक खुलवाए गए इस खाता नंबर को मोबाइल नंबर- 7000226922 रजिस्टर्ड करवाया गया। यह मोबाइल नंबर आशीष तिवारी पिता देवकीनंदन तिवारी मकान नंबर -241 ग्राम टिकरी पोस्ट टिकुरी राजनगर जिला छतरपुर के नाम से रजिस्टर्ड है. इसी नंबर से इंटरनेट बैंकिंग और यूपीआई समेत अन्य जरिए से गवन कर निजी उपयोग में लिया। भ्रष्ट आरआई आशीष तिवारी की करतूत सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार सिंह ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय रक्षित केंद्र सिंगरौली रहेगा और इन्हें निलंबन अवधि में जीवन निर्वहन भत्ता दिया जाएगा।