सीधी (ईन्यूज एमपी)- सीधी जिले में थोक सब्जी मंडी के स्थान को लेकर चल रही ऊहापोह की स्थिति में आज बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला जहां कलेक्टर एसडीएम सहित संपूर्ण प्रशासनिक अमला आम जनता एवं किसानों के हित में सब्जियों की आबाध आपूर्ति करने हेतु सड़कों पर उतरा दिनभर स्वयं भूखे प्यासे रहकर किसानों की खराब हो रही सब्जियों और सब्जी के लिए परेशान ग्राहकों तक उसकी उपलब्धता सुनिश्चित कराई वही जिला व्यापारी संघ के तथाकथित राजनीतिक हठधर्मिता के चलते कई जगहों पर गरीब व्यापारियों को डरा धमका कर उनके व्यवसाय करने की आजादी को छीनने का प्रयास किया गया जिस पर आज जिला प्रशासन ने विराम लगा दिया। विगत 5 दिनों से अनशन पर बैठे फल सब्जी व्यापारियों और प्रशासन के बीच सुलह हो गई है प्रशासन द्वारा सशर्त अस्थाई तौर से फल एवं सब्जी व्यापारियों हेतु वैकल्पिक व्यवस्था करने के आदेश दे दिए गए हैं। बता दें कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर फल और सब्जी विक्रेता अनशनरत थे उनके द्वारा फल सब्जियों का क्रय विक्रय बंद कर धरना प्रदर्शन किया जा रहा था और अपनी मांगों को लेकर सभी जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया था जिसके बाद आज जिला प्रशासन द्वारा कुछ शर्तों के साथ व्यापारियों हेतु वैकल्पिक व्यवस्था उनके स्वयं के व्यय पर करने के आदेश दिए गए हैं। सीएमओ नगर पालिका परिषद सीधी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि सब्जी फल मंडी एसोसिएशन सीधी द्वारा दिए गए ज्ञापन के क्रम में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत थोक सब्जी व्यापारियों/फड़िया व्यापारियों को छाया हेतु स्वयं के व्यय पर निम्न शर्तो पर पूर्व में आवंटित नई सब्जीमंडी बाईपास पुरानी सीधी में अस्थाई शेड लगाए जाने की अनुमति दी जाती है । अस्थाई शेड लगाने की पात्रता थोक व्यापारियों एवं फड़िया व्यापारियों को आवंटित स्थल पर ही होगी। अस्थाई शेड लगाने के दौरान किसी प्रकार का पक्का निर्माण पूर्णतः वर्जित होगा। निकाय द्वारा सब्जीमंडी निर्माण कार्यवाही प्रक्रियाधीन होने पर अस्थाई शेड एक सप्ताह के अंदर स्वयं के व्यय पर हटाना अनिवार्य होगा। किसी भी प्रकार की क्षति के लिए व्यापारी स्वयं जिम्मेदार होंगे। एनकेन प्रकारेण अब यह देखना होगा कि आगे इस लड़ाई पर विराम लगेगा या फिर अभी टस जारी रहेगी ।