रीवा(ईन्यूज एमपी)-रीवा के चोरहटा थाना क्षेत्र में नौबस्ता स्थित जेपी सीमेंट प्लांट के अंदर हुए हादसे में तीन मजदूर झुलस गए। दुर्घटना के बाद कंपनी प्रबंधन ने पर्दा डालना शुरू कर दिया। साथ ही, गुपचुप तरीके से तीनों को संजय गांधी स्मृति हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। दो मजूदरों की स्थिति नाजुक है। चर्चा है कि नौबस्ता चौकी का अमला चोरी छिपे घायलों का बयान लेने एसजीएमएच पहुंचा था। हालांकि पुलिस विभाग के जिम्मेदार इस मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रहे है। जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह 10 से 11 बजे के बीच जेपी सीमेंट के अंदर पावर प्लांट का स्ट्रक्चर बन रहा था। इसी दौरान बिल्डिंग करते समय बायलर के सिलेंडर की पाइप लाइन फट गई। धमाके के साथ ही तीन मजदूर चपेट में आ गए। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में जेपी के जिम्मेदार मौके पर पहुंचे। जिन्होंने गुपचुप पुलिस को सूचना भेजवाते हुए एंबुलेंस की मदद से तीनों श्रमिकों को अस्पताल भिजवा दिया। अचानक गिरने लगे थे आग के गोले श्रमिकों को लेकर अस्पताल पहुंचे कर्मचारियों में चर्चा थी कि बिल्डिंग की पाइप लाइन फटते ही आग के गोले गिरने लगे थे। जब तक नीचे कार्य कर रहे कर्मचारी कुछ समझ पाते, तब तक झुलस गए। घायलों ने बताया कि हादसे के समय प्लांट के अंदर बिल्डिंग का कार्य कर रहे थे। उसी समय पाइप फटने के कारण सिलेंडर में धमाका हो गया था। ये हैं घायल हादसे में मोहम्मद लतीफ, मलकंद सिंह निवासी गढ़वा और रामानुज कोरी निवासी गढ़वा घायल हुए हैं। दावा है कि घायलों को जेपी प्लांट के कर्मचारियों द्वारा एंबुलेंस से लाया गया था। तीनों को बर्न यूनिट में भर्ती हैं। वहीं, कुछ घायलों के परिजन भी अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसके बाद असली सच्चाई सामने आने की बात कही जा रही है। 200 मीटर में चौकी, फिर भी हादसे की सूचना नहीं मामले में जब नौबस्ता चौकी प्रभारी अंकिता मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने अनमिज्ञता जाहिर की। कहा कि हादसे की जानकारी जेपी सीमेंट कंपनी की ओर से नहीं आई है। अगर कंपनी प्रबंधन संपर्क करता है, तो जानकारी दी जाएगी। वहीं चोरहटा थाना प्रभारी विद्यावारिध तिवारी ने भी जानकारी देना उचित नहीं समझा।