जबलपुर(ईन्यूज एमपी)- राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 पर शुक्रवार की अलसुबह एक कार और बांस से लदे ट्राले के बीच भिड़न्त हो गई। इस घटना में नांदेड़ महारष्ट्र के एक संत सहित एक अन्य युवक की मौत हाे गई।घटना में एक युवक घायल हुआ बताया जा रहा है, जिसकी हालत खतरे से बाहर है। हादसे की वजह ओवरटेकिंग को बताया जा रहा है। सिहोरा थाना प्रभारी गिरीश धुर्वे ने बताया कि महाराष्ट्र के नांदेड़ में रहने वाले संत त्यागी नंद महाराज अपने कुछ शिष्यों के साथ छत्तीसगढ़ के चूनर किसी संत से भेंट करने गए थे। बताया जा रहा है कि बाबा जी और उनके 6 अन्य शिष्य टाटा सफारी एमएच 26 एके 7133 पर सवार होकर चूनर गए थे। छत्तीसगढ़ से लौटते समय कटनी और जबलपुर जिले की सीमा पर धनगवां के पास उनकी कार बांस से लदे एक ट्राला क्रमांक एनएल 02 एन 9314 से टकरा गई। दोनों ही वाहन जबलपुर की ओर आ रहे थे। कार के चालक ने जैसे ही ट्राले को ओवरटेक करने का प्रयास किया, वैसे ही वह कोहरा और धुंध की वजह से ट्राले में जा घुसा। इस घटना के करण त्यागी नंद महाराज और बलिराम तुवर नामक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि रतन कुमार नामक एक युवक घायल हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस : घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी गिरीश धुर्वे अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंच गए। इस दौरान स्थानीय लोगों की मदद से कार में फंसे सभी लोगों को बाहर निकलवाया गया। घटना में दो लोगोेंं की मौके पर ही मौत हो गई थी इसलिए उनकी पंचनामा कार्रवाई कर उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल सिहोरा भिजवाया गया। जबकि आंशिक रूप से घायल रतन कुमार को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हादसे की वजह रफ्तार : इस घटना की वजह धुंध के साथ ही कार की रफ्तार को भी बताया जा रहा है। कार ट्राले में जिस तरह से पीछे से घुसी उससे साफ दिखाई पड़ रहा है कि कार की रफ्तार बहुत तेज रही, जिसकी वजह से कारचालक अपने वाहन पर नियंत्रण नहीं कर पाया। हादसे के बाद त्यागी नंद महाराज के शिष्यों में दुख व्याप्त रहा। त्यागी नंद महाराज नांदेड़ के प्रतिष्ठित संतों में गिने जाते हैं।