सीधी(ईन्यूज एमपी)- जिले के मझौली जनपद पंचायत अंतर्गत संचालित होने वाली सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों की मनमानी से यहां पढ़ाई करने पहुंचने वाले छात्रों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। किन्तु शिक्षकों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। इतना ही नहीं नियमित निरिक्षण के लिए टीम भी गठित की गई है। लेकिन मझौली अंचल के दूरस्थ इलाकों में निरिक्षण दल द्वारा संचालित स्कूलों का निरीक्षण करने से परहेज़ किया जा रहा है। जिसका फायदा यहां पदस्थ शिक्षकों के द्वारा भरपूर उठाया जा रहा है। लिहाजा शिक्षकों के स्कूल आने जाने की कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है। जबकि नन्हे छात्र शिक्षकों का इंतजार करते बैठे रहते हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर हमारे संवाददाता अभिलाष तिवारी द्वारा संकुल केन्द्र मड़वास अंतर्गत भ्रमण कर प्राथमिक शाला चन्दोहीडोल, कन्या आश्रम शाला मड़वास, पूर्व माध्यमिक शाला बरहा टोला, प्राथमिक शाला बंधवा टोला, प्राथमिक शाला केवटान टोला मड़वास, प्राथमिक शाला झंझरा टोला आदि स्कूलों का सुबह 10.30 बजे से 12 बजे तक जायजा लिया गया तो कहीं छात्र शिक्षकों का इंतजार करते मिले तो कहीं शिक्षकों की मौजूदगी में छात्र/झाड़ू लगाते नजर आए साथ ही कई शिक्षक भी स्कूल से नदारद रहे। जबकि विद्यालय खुलने का समय शासन के द्वारा10 बजे निर्धारित किया गया है। इतना ही नहीं पूंछने पर नौनिहालों ने बताया कि शिक्षक दोपहर 12 बजे तक स्कूल आते हैं और दो तीन घंटे बाद वापस चले जाते हैं। जब तक शिक्षक नहीं आते हम लोग धूप में बैठकर इंतजार करते हैं। साफ सफाई का अभाव:- भ्रमण के दौरान देखा गया की शाला परिसर में साफ सफाई का काफी अभाव बना हुआ है। शाला परिसर के आसपास कचरे का ढेर लगा हुआ है। इतना ही नहीं शाला भवनों में रंग रोगन भी नहीं करवाया गया। जिसके कारण भवन खंडहर दिखाई देने लगे हैं।