भोपाल (ईन्यूज एमपी)- मध्य प्रदेश शांति का टापू है। कोई भी व्यक्ति माहौल खराब करने का काम करेगा तो उसके छोड़ा नहीं चाहेगा। हमें डकैत पनपने नहीं देने हैं। माफिया चाहे भूमि से जुड़ा हो या फिर शराब, किसी को नहीं छोड़ना है। आबाकरी नीति में कीमतें हमने इसलिए कम की है कि अवैध शराब की बिक्री रुके लेकिन हमें सावधानी भी रखनी है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कलेक्टर-कमिश्नर, आइजी-एसपी कांफ्रेंस में कही। उन्होंने भिंड में अवैध शराब से चार व्यक्तियों की मृत्यु की घटना पर चंबल रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और भिंड के पुलिस अधीक्षक से पूछा कि आप क्या रहे थे। यह संभव ही नहीं है कि थाने को पता न हो। लापरवाही बर्दाश्त नहीं करूंगा। चिन्हित अपराध में कम सजा पर जताई नाराजगी बैठक में जब बताया गया कि मुरैना में सिर्फ 11.11 प्रतिशत चि-त अपराधों में सजा हुई तो मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाते हुए पुलिस अधीक्षक से पूछा कि आखिर ऐसा क्यों। वे जब उत्तर देने लगे तो उन्हें टोकते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो पूछा जाए वो ही बताएं। इंदौर कमिश्नर से उन्होंने कहा कि सजा न हो पाना हमारी विफलता है। सब सुन लें चि-त अपराधों में सजा होनी ही चाहिए। इसके लिए जो करना हो, वो करें। रायसेन जिले को सौ प्रतिशत मामलों में सजा होने पर बधाई दी गई। भू-माफिया से मुक्त कराई 557 एकड़ भूमि बैठक में भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। इसमें बताया गया कि भू-माफिया और अतिक्रमणकारियों से 557 एकड़ भूमि मुक्त कराई गई। इसका अनुमानित मूल्य 558 करोड़ रुपये है। भू-माफिया और अवैध कब्जाधारियों पर कार्रवाई करने में भोपाल सबसे बेहतर रहा है। यहां 198 प्रकरण दर्ज किए गए। इंदौर में 74, गुना 68, सिवनी 48 और सीहोर में 36 मामले पंजीबद्ध किए गए। वहीं, गुना ने सर्वाधिक 123 एकड़ भूमि भू-माफिया और कब्जेधारियों से मुक्त कराई। सीहोर में 85, ग्वालियर 58, आगर मालवा 47 और शाजापुर जिले में 34 एकड़ भूमि मुक्त कराई गई। भू-माफिया के खिलाफ 779 प्रकरण दर्ज हुए और 45 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। एक हजार 453 अतिक्रमण तोड़े गए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि माफिया, गुंडे, बदमाशों को आतंक का पर्याय नहीं बनने देना है। इन्हें हर हाल में नेस्तनाबूद करना है। सामान्य आदमी ने जो कब्जा कर रखा है, उसके विरुद्ध कार्रवाई तो करना है पर माफिया और उसमें अंतर होना चाहिए। खरगोन ने रेत जब्ती और अवैध खनन पर कार्रवाई में छतरपुर अव्वल अवैध रेत खनन पर कार्रवाई करने में छत्तरपुर जिला अव्वल रहा है तो रेत जब्त करने में खरगोन (तीन हजार 571 घन मीटर) जिला सबसे आगे रहा है। पुलिस ने 377, खनिज ने एक हजार 398 और वन विभाग ने 25 प्रकरण बनाए हैं। 24 हजार 932 घन मीटर रेत और अवैध परिवहन में लगे एक हजार 792 वाहन जब्त किए गए। छतरपुर ने 90, ग्वालियर 66, सीहोर 64, राजगढ़ 59 और खरगोन में 58 अवैध रेत खनन और परिवहन से जुड़े मामले दर्ज किए गए। शाजापुर, कटनी, गुना, बुरहानपुर और बैतूल में दर्ज प्रकरणों की संख्या 20 से कम रही। इसको लेकर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई और कहा कि हमें हर हाल में अवैध रेत का परिवहन रोकना है। वैध खदानों से खनन हो। स्थानीय लोगों केजगार को ध्यान में रखते हुए नीति बनानी चाहिए। निवेशकों से धोखाधड़ी करने वाले चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई करें बैठक में बताया गया कि चिटफंड कंपनियों के खिलाफ 62 प्रकरण दर्ज करके 120 आरोपितों में से 24 गिरफ्तार कर लिए गए हैं। निवेशकों को 31.5 करोड़ रुपये वापस दिलाए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों से धोखाधड़ी करने वाली कंपनी कोई भी हो कार्रवाई करें। 13,108 गुम बच्चे हुए बरामद एक जनवरी से 31 दिसंबर 2021 तक 13 हजार 108 गुम बच्चों की बरामदगी की गई। वहीं, 11 हजार 458 प्रकरण दर्ज किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला अपराधों को कम हों, यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।