जबलपुर(ईन्यूज एमपी)- लम्बे समय के बाद होने जा रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव खटाई में पड़ते दिख रहा है, और स्थितिया साफ होने की बजाय और ज्यादा असमंजस्य में पड़ती जा रही है| कभी आरक्षण को लेकर अपील तो कभी कोर्ट में तारिख पे तारिख मिल रही है, कभी यहां तो कभी वहां, आज कल आज कल में मामला लटकता जा रहा है और आज एक बार फिर लोगो की उत्सुकता फिर ठंडी पद गई जब हाई कोर्ट ने अपना निर्णय आगे टाल दिया| बतादे कि आज एक बार फिर पंचायत चुनाव की सुनवाई आगे कि लिए ताल गई है,मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने पंचायत चुनाव मामले की सुनवाई शीतकालीन अवकाश के बाद तीन जनवरी को नियत कर दी है। गुरुवार को मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ व जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की युगलपीठ ने शीघ्र सुनवाई के आवेदन पर गौर करने के बाद यह व्यवस्था दी। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को मामले की सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ताओं को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट जाने को कहा था। इनसे पूर्व हाई कोर्ट द्वारा पंचायत चुनावों की प्रक्रिया पर रोक लगाने से इनकार के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था।लेकिन सुप्रीम कोर्ट से फिर हाई कोर्ट पहुंच गया। 9 नवंबर 2021 को पंचायत चुनाव से जुड़ी सभी याचिकाओं पर जबलपुर हाई कोर्ट में सुनवाई हुई थी।इसमें आरक्षण और परिसीमन का मामला भी शामिल था। 40 मिनट लंबी चली बहस के बाद हाईकोर्ट ने के मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ व जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की युगलपीठ ने ग्वालियर बेंच में जस्टिस रोहित आर्या की अध्यक्षता वाली युगलपीठ द्वरा पूर्व में अन्तरिम राहत की अर्जी खारिज करने के बिंदु को ध्यान में रखते हुए मांग नामंजूर कर दी तो कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। पंचायत चुनाव को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में कल बुधवार को सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने जबलपुर हाईकोर्ट को गुरुवार 16 दिसंबर को दोबारा सुनवाई करने के लिए कहा है। 5वीं सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। इससे पहले 7 दिसंबर, 11 दिसंबर, 13 दिसंबर, 14 दिसंबर को सुनवाई टलती रही थी।और आज फिर सुनवाई टल ही गई|