नई दिल्ली। श्रीनगर से जिंदा पकड़े एक आतंकी नावेद के पाकिस्तानी होने का दावा करने के बाद अब उससे जुड़े हर सबूत मिटाने की कोशिश की जा रही है। एक अंग्रेजी अखबार ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि नावेद के सभी परिवारजनों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर दिए गए हैं।
अंग्रेजी अखबार ने अपनी खबर में लिखा कि नावेद के गिरफ्तारी के एक दिन बाद उसके पिता से बात की गई थी। इस बातचीत में उन्होंने कहा था कि नावेद उनका बेटा है। इसके बाद से ही नावेद के पिता और अन्य घरवालों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गए। नावेद के पिता याकूब ने कहा कि बेटे के पकड़े जाने के बाद उसका परिवार डरा हुआ है। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और पाकिस्तानी फौज उसकी हत्या कर सकती है। भारतीय गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया था कि मुंबई हमलों के बाद पाकिस्तान ने कसाब से जुड़े सारे सबूत मिटाने की कोशिश की थी और उसकी फैमिली को अरेस्ट कर लिया था। नावेद के मामले में भी यही किया जा रहा है।
इससे पहले पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए आतंकी से पल्ला झाड़ लिया था। पाकिस्तान ने इन आरोपों को खारिज किया है कि उस्मान उर्फ कासिम खान पाक की सीमा पार करके भारत में गया था। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अधिकारी के कहा था कि हां, मैंने जम्मू-कश्मीर में एक आतंकी की गिरफ्तारी की बात सुनी है, लेकिन ऎसा लगता है कि पाकिस्तान को नीचा दिखाने के लिए भारत की यह एक चाल है। बता दें कि जम्मू के उधमपुर में बीएसएफ की बस पर तीन आतंकियों ने हमला किया था। इनमें एक आतंकी को जिंदा दबोचा लिया गया था।
वहीं आतंकी मोहम्मद नावेद ने खुलासा किया था कि जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने उसे हिंदुओं को मारने के लिए उकसाया था। नावेद ने बताया कि हाफिज सईद ने दो बार लश्कर ए तैयब्बा के ट्रेनिंग कैंप का दौरा किया था। यह दौरा उस वक्त किया था जब नावेद आतंकवाद की ट्रेनिंग ले रहा था।