भोपाल(ईन्यूज एमपी)- विधानसभा उप चुनाव की तरह ही पंचायत आम चुनाव में भी मतदान के 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार पर रोक लग जाएगी। प्रत्याशी सार्वजनिक सभा, रैली और जुलूस नहीं निकाल सकेंगे। प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक पीठासीन अधिकारी एवं चार मतदान अधिकारी नियुक्त होंगे। 750 से अधिक संख्या वाले मतदान केंद्रों पर एक मतदानकर्मी अलग से लगाया जाएगा। पंच-सरपंच का मतपेटी और जिला-जनपद सदस्य का चुनाव ईवीएम से होगा। कोरोना-परिसीमन के कारण हुई देरी : पंचायत चुनाव करीब 20 महीने बाद कराए जा रहे हैं। पिछले चुनाव वर्ष 2014 में कराए गए थे। अधिकांश पंचायतों का कार्यकाल मार्च 2020 में समाप्त हो चुका है। वर्ष 2019 में कांग्रेस सरकार ने नए सिरे से परिसीमन और आरक्षण किया। इसके चलते चुनाव की तैयारी नहीं हो सकी और वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण के कारण देशभर में सारी गतिविधियां ठप होने से चुनाव में देरी हो गई। पंचायत क्षेत्र में नहीं होंगे नए कार्य : आचार संहिता प्रभावी होने के साथ ही अब पंचायत क्षेत्र में नए काम नहीं हो सकेंगे। पंचायतों को लेकर नई घोषणाएं नहीं की जा सकेंगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव दलगत नहीं होते हैं। इसके बाद भी सभी राजनैतिक दल आचार संहिता के दायरे में रहेंगे। केंद्र पर मतगणना सरपंच और पंच पद के लिए मतदान केंद्र पर मतदान समाप्त होने के बाद मतगणना की जाएगी। जनपद और जिला पंचायत सदस्य के लिए विकास खंड मुख्यालय पर ईवीएम से मतों की गणना पहले, दूसरे और तीसरे चरण में क्रमश: 10 जनवरी, एक फरवरी और 20 फरवरी को की जाएगी। कोरोना की ध्यान में रखते हुए 24 के बजाय चुनाव के 48 घंटे पहले मतदान कर्मियों का रेंडमाइजेशन किया जाएगा। जिलों में कर्मचारियों का डाटा तैयार कर लिया गया है। प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक पीठासीन अधिकारी एवं चार मतदान अधिकारी नियुक्त होंगे। 750 से अधिक संख्या वाले मतदान केंद्रों पर एक मतदानकर्मी अलग से लगाया जाएगा। किस जिले में किस चरण में होगा मतदान - पहला चरण : भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, निवाड़ी, पन्ना, आलीराजपुर, नरसिंहपुर, हरदा और दतिया। - दूसरा चरण : जबलपुर, बुरहानपुर, सिंगरौली, उमरिया, अनूपपुर, श्योपुर और देवास। - तीसरा चरण : राजगढ़, रायसेन, सीहोर, विदिशा, खरगोन, खंडवा, धार, झाबुआ, बड़वानी, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, कटनी, उज्जैन, नीमच, रतलाम, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, रीवा, सीधी, सतना, होशंगाबाद, बैतूल, शहडोल, भिंड और मुरैना।