सिंगरौली (ईन्यूज एमपी)-रीवा संभाग के एडीजी केपी वेंकटेश्वर राव पदेन ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने तत्काल प्रभाव से आदेश जारी करते हुए निरीक्षक हरीश दुबे और एएसआई दान सिंह परस्ते को पुलिस सेवा से पृथक कर दिया है। एएसपी सिंगरौली वीरेंद्र कुमार सिंह के जाँच प्रतिवेदन सौंपने के बाद एडीजी ने ये कदम उठया है। बीते मंगलवार को वेनकेश्वर राव पदेन ने सबूतों की कमी के चलते एएसआई प्रमोद पांडेय को आरोपों से मुक्त कर दिया जबकि बाकी दोनों दोषी अधिकारियों को नौकरी से बेदखल कर दिया है। इस आदेश की तामीली सतना और अमदरा में कर दी गई है। बता दें की हरीश दुबे अमदरा थाना प्रभारी के रूप पदस्त हैं जबकि एएसआई दान सिंह परस्ते पुलिस लाइन रीवा में पदस्त हैं। जानें मामला क्या है दरसल जुलाई 2017 में एक महिला की आग की चपेट में आने से मौत हो गई थी। उस मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी हरीश दुबे द्वारा मार्ग कायम कर के मामले की विवेचना की थी। मृतिका का पोस्ट मार्टम समुदायक स्वास्थ्य केंद्र मऊगंज में हुआ था। रिपोर्ट में दम घुटने से मौत होना बताया गया और गाला दबाने के निशान भी मिले थे। इस मामले में हत्या की आशंका भी थी लेकिन मामले को आत्महत्या का केस बता कर दबाने का प्रयास किया गया। और रिपोर्ट लगाने के लिए दिसम्बर के वरिष्ठ अधिकारीयों के समक्ष मार्ग डायरी पेश की गई। एक डायरी को निरीक्षण के दौरान एमएलसी रिपोर्ट देखने के बाद विभागीय जांच प्रस्तावित की गई। आईजी कार्यालय द्वारा उक्त विभागीय जांच करने के लिए सिंगरौली एसपी को नियुक्त किया गया। जिन्होंने जाँच की और जाँच प्रतिवेदन में थाना प्रभारी सहित एएसआई को सेवा से पृथक कर दिया।