रीवा (ईन्यूज एमपी)-जंगल में बकरियां चराने गए तीन चरवाहों पर सशस्त्र बदमाशों ने हमला कर आधा सैकड़ा बकरियांलूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए है। घटना रीवा जिले के सेमरिया थाने के जदुआ जंगल में हुई है। घायल चरवाहों को गंभीर अवस्था में इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दरअसल बुधवार को सेमरिया थाना अंतर्गत मदहा गांव निवासी शिवनाथ साकेत, बैजू और सुनकेश्वर जदुआ के जंगल में अपनी बकरियों को चराने लेकर गए हुए थें। घायलों ने बताया कि जंगल में बदमशो ने उन्हे घेर लिया और कुल्हाड़ी एवं डंडो से हमला करके न सिर्फ लहुलूहान कर दिए बल्कि उनकी 50 बकरियां हाक ले गए है। घायलों की माने तो हमलावर 12 की संख्या में थें। उन्होने बताया कि एक व्यक्ति को 5 लोग तथा दो अन्य को 3 एवं 4 की संख्या में बदमाश हमला किए थें। कुल्हाड़ी मार देने से उनके शरीर में कई गहरे घांव लगे है। उन्होने बताया कि हिम्मत कर तीनों लोग जंगल से गांव पहुचे और उनकी हालत बिगड़ने के कारण देर रात रीवा के अस्पताल लाया गया। घटना की जानकारी लगने के बाद एडिशनल एसपी शिवकुमार वर्मा रात में ही अस्पताल पहुचे और घायलों से घटना को लेकर जानकारी ली तो वही जंगल में पुलिस ने सर्चिंग भी की है। माना जा रहा है कि बकरी लूट में यूपी के बदमाश शामिल है। वे ग्राहक बनकर 3 दिनों से गांव के चक्कर काट रहे थे। बहरहाल पुलिस लूट गिरोह तक पहुचने के लिए यूपी पुलिस से भी सम्पर्क किया है। वही जिस तरह से चरवाहों पर हमला करके लूट की घटना घटित की गई है। उससे क्षेत्र में सनाका है। यूपी बार्डर से लगे रीवा के जंगलों में न सिर्फ डकैतो की धमक रही है बल्कि व्यापारियों एवं चरवाहों से लूट जैसी घटनाएं होती रही है। डकैत बबुली कोल का एनकाउंटर होने के बाद से तराई क्षेत्र में कुछ राहत महसूस की जाती रही है, लेकिन तराई पूरी तरह से शांत नहीं है, इस घटना से साफ हो गया है।