रीवा (ईन्यूज एमपी)-जबलपुर संचालनालय क्षेत्रीय कार्यालय भौमिकी एवं खनिज कर्म जबलपुर के अधिकारी संतोष पटले को जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी देने वाला रीवा में इसी विभाग में पदस्थ समकक्ष अधिकारी है। विवाद सतना में मुरम खदानों की जांच से जुड़ा है। भोपाल मुख्यालय के आदेश पर हुई जांच रिपोर्ट को लेकर रीवा के अधिकारी ने फोन पर धमकाते हुए कहा कि उसकी नौकरी पर आंच आई, तो वे उसकी जान ले लेंगे। संतोष पटेल ने गोरखपुर थाने में केस दर्ज कराया है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी इसकी सूचना दी है। जानकारी के मुताबिक सतना, मैहर की लेट्राइट की 7 खदानों के पास 4 मुरम की खदानों का आवंटन किया गया था। इन खदानों को लेकर जून में विभागीय मंत्री से शिकायत की गई थी। इसमें बताया गया था कि लेट्राइट खदानों को मुरम की खदान बता कर आवंटित कर दी गई है। भोपाल मुख्यालय ने इसके लिए एक जांच टीम गठित की थी। जांच टीम में जबलपुर के क्षेत्रीय प्रमुख संतोष पटले , उनके ही कार्यालय के दो अधिकारी और रीवा व सतना के एक-एक द्वितीय श्रेणी अधिकारी को शामिल किया गया। टीम ने 7-9 जून के बीच इन खदानों की जांच की थी। 10 अगस्त को जांच रिपोर्ट मुख्यालय भेजी संतोष पटले के मुताबिक खदानों की मुरम की लैब परीक्षण रिपोर्ट और जांच रिपोर्ट सभी सदस्यों की सहमति के आधार पर 10 अगस्त को भोपाल मुख्यालय भेज दी गई। लैब परीक्षण में भी लेट्राइट निकला है। आगे की कार्रवाई से संबंधित निर्णय मुख्यालय को करना है। इधर, रीवा में पदस्थ क्षेत्रीय प्रमुख संजीव पांडे इस बात पर नाराज हो गए कि जांच रिपोर्ट बिना उन्हें दिखाए भोपाल भेज दी गई। इंटरनेट कॉल पर दी धमकी जबलपुर तिलवारा स्थित कौशल्यामाई होम में रहने वाले संतोष पटले ने शिकायत में बताया है कि वे 13 अगस्त को कटंगा स्थित अपने कार्यालय में थे। दोपहर 3.07 बजे उनके मोबाइल पर संजीव मोहन पांडे का कॉल आया। कॉल पर संजीव पांडे ने अपशब्द कहे। साथ ही कहा, ‘अगर मेरी नौकरी पर आंच आई तो तुझे जिंदा नहीं छोड़ूंगा। तू मेरे भाई साहब को जानता नहीं है। मैं दो दिन में जबलपुर आ रहा हूं। जहां मिलेगा, वहीं गोली मार दूंगा।’