बड़वाह (ईन्यूज एमपी)- जयंती माता मंदिर के जंगल में वन विभाग के कर्मचारियों ने जब कुछ लोगों को पार्टी मनाने से रोका तो नशे में धुत लोगों ने उनसे मारपीट की और दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा। पार्टी खत्म होने के बाद दोनों को छोड़ा। इसके बाद जब अधिकारियों को घटनाक्रम का पता चला तो उन्होंने बड़वाह पुलिस थाने में आठ आरोपितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया। पुलिस वाहनों के नंबर के आधार पर आरोपितों की तलाश कर रही है। बुधवार शाम पार्टी मनाने की सूचना वन सुरक्षा के स्वयंसेवकों ने वनकर्मी दशरथ चौहान को दी। वे मौके पर रवाना हुए और चोरल जंगल के बीट प्रभारी जयसिंह को मोबाइल कर आने की बात कही। अपनी-अपनी मोटरसाइकल से यहां आकर दोनों ने मंदिर के सामने मौजूद आठ लोगों को प्रतिबंधित वन क्षेत्र में शराब पीने और भोजन बनाने के लिए आग लगाने को गैर कानूनी बताते हुए रोका। इस पर नशे में धुत लोगों ने दोनों के साथ मारपीट की और उनके मोबाइल व मोटरसाइकल की चाबियां छीनकर बंधक बना लिया। पार्टी समाप्त होने के बाद एक कर्मचारी को अपनी स्कार्पियो में बैठा कर साथ ले गए और उसे वन मंडलाधिकारी के कार्यालय से लगभग आधा किमी दूर काटकूट की तरफ जाने वाले रास्ते पर स्थित पुल पर छोड़ दिया। दूसरे वनकर्मी को जयंती माता मंदिर के सामने वाले जंगल में छोड़ दिया। दोनों कर्मचारियों ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद अधिकारियों ने बड़वाह थाने में कर्मचारियों के साथ रात में आठ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। दशरथ और जयसिंह ने पुलिस को वाहन के नंबर भी दिए। पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू की है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पुलिस की कार्रवाई के अतिरिक्त वन अधिनियम 1927 के अधीन भी कार्रवाई की जाएगी।