श्योपुर(ईन्यूज एमपी)- रघुनाथपुर थाना क्षेत्र के प्रहलादपुरा गांव में मंगलवार को सुबह करीब 11 बजे अवैध शराब की बिक्री को लेकर शराब ठेकेदार के गुर्गों और ग्रामीणों के बीच में विवाद हो गया। ठेकेदार के लोगों ने एक महिला सहित 2 ग्रामीणों की लात-घूंसों और डंडों से मारपीट करके उन्हें घायल कर दिया। मारपीट से नाराज ग्रामीणों ने ठेकेदार के लोगों पर पत्थरों से हमला कर लाठी-डंडे लेकर उनके पीछे दौड़ने लगे। ठेकेदार के गुर्गे ने बंदूक से लगातार 8-10 राउंड हवाई फायर कर दिए और मौके से फरार हो गए। मामले की जानकारी मिलने के बाद रघुनाथपुर थाना पुलिस और जिला आबकारी विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। रघुनाथपुर थाना क्षेत्र के प्रहलादपुरा गांव में कुछ लोग कच्ची एवं अवैध शराब बनाकर बेचने का काम करते हैं। इसे लेकर इलाके के शराब ठेकेदार ने मामले की जानकारी पुलिस या आबकारी विभाग टीम को देने की बजाए अपने गुर्गों को ले जाकर गांव के घरों में तलाशी शुरू कर दी। इस बात का जब ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू किया तो शराब ठेकेदार के गुर्गों ने महिला और ग्रामीणों पर लात-घूंसों व लाठियों से हमला कर दिया। जिससे एक महिला सहित 2 ग्रामीणों को गंभीर चोटें आई हैं। जबकि, 3 अन्य लोग मामूली रुप से घायल हुए हैं। जिन्हें इलाज के लिए रघुनाथपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों की शिकायत पर रघुनाथपुर थाना पुलिस ने अज्ञात 4 आरोपियों के खिलाफ मारपीट की धाराओं के तहत मामला दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने पुलिस को कारतूसों के खाली खोखे दिखाए, एफआइआर में फायरिंग का जिक्र तक नहीं रघुनाथपुर के प्रहलादपुरा गांव में ठेकेदार के लोगों ने बंदूकों से फायरिंग भी की है। जिसकी गवाही न सिर्फ पूरे गांव के ग्रामीण दे रहे हैं, बल्कि मौके पर मिले कारतूसों के खाली खोखे भी दे रहे हैं। ग्रामीणों ने भी पुलिस थाने में भी फायरिंग होने की शिकायत की, लेकिन पुलिस ने एफआइआर में साधारण मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज करके औपचारिकता निभा दी है, क्योंकि इतने सबूत होने के बाद भी एफआइआर में फायरिंग का कोई जिक्र नहीं किया गया है। शराब तो ठेकेदार भी अवैध तरीके से बेच रहे फिर भी ग्रामीणों की मारपीट कर रहे रघुनाथपुर थाना इलाके के प्रहलादपुरा गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि मंगलवार को जिस शराब ठेकेदार के गुर्गों ने ग्रामीणों के साथ मारपीट करके हवाई फायरिंग करके उनके गांव में दहशत फैलाने का काम किया है। दरअसल वह भी गांव-गांव में कमीशन पर अवैध शराब की बिक्री करवा रहे हैं। उनका सपष्ट शब्दों में यही कहना भी है कि अगर उनके गांव के ग्रामीण अवैध शराब की बिक्री कर रहे हैं, तो उन्हें पकड़ने और तलाशी लेने के लिए आबकारी या पुलिस विभाग की टीम गांव में आती, ठेकेदार को तलाशी करने और उनके ग्रामीणों की मारपीट करके फायरिंग करने का अधिकार किसने दिया है। वह इस मामले को लेकर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों से शिकायत करने की तैयारी भी कर रहे हैं।