हरदा(ईन्यूज एमपी)-हरदा के अतरसमा गांव में खुदकुशी करने वाले किसान लक्ष्मीनारायण के परिजनों से मिलने पहुंचे कांग्रेसी नेताओं को विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों की नाराजगी के बीच सुरक्षाकर्मी पूर्व सांसद अरुण यादव, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और विधायक कुणाल चौधरी को बाहर निकाल ले गए। वे सांत्वना देने के लिए उनके घर पहुंचे थे। बताया जाता है कि इसी दौरान युवा मोर्चा के कुछ लोगों ने उन पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए विरोध किया। विधायक आरके दोगने समेत अन्य कांग्रेसी शामिल थे। वे यहां मृतक के ससुर से मिले और उनसे चर्चा की। किसान पर चढ़े कर्ज और उन्हें मिले बीमा के बारे में जानकारी ली। इसी दौरान लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। कुछ तो उग्र हो गए और झूमाझपटी तक की नौबत आ गई थी। ऐसे में लोगों को उग्र होता देख सभी नेता वहां से रवाना हो गए। सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह उन्हें बचाते हुए वहां से निकाला। अरुण यादव ने आरोप लगाया कि खुद को किसान हितैषी बताने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कृषि मंत्री दो चार रुपए बीमा दिला कर अन्नदाता का अपमान कर रहे हैं। हम यहां पर इसी की हकीकत जानने आए थे। हम सच सामने लाकर रहेंगे। लोगों को असलियत बताना जरूरी है। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी का कहना था कि सीएम और कृषि मंत्री भाषणों में ही किसानों के प्रति चिंता जताते हैं, यदि उन्हें किसानों की इतनी ही चिंता है तो सरकार खुद 3 नए अध्यादेशों का विरोध क्यों नहीं करती। हालांकि किसी ने विरोध किए जाने को लेकर कुछ नहीं कहा। इस मामले पर वे बचते नजर आए।