नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को रोजगार देने के लिए स्टार्ट अप पर दांव लगाया है। शनिवार को उन्होंने इसीलिए लाल किले से STARTUP INDIA STANDUP INDIA का नारा दिया। मोदी सरकार इसके जरिए देश में बढ़ती बेरोजगारी में कमी लाना चाहती है। उसका मानना है कि जब तक देश के कोने-कोने में आंत्रप्रेन्योर तैयार नहीं होंगे, उस समय तक सबको रोजगार देना संभव नहीं होगा। जनधन की तरह बैंक बनेंगे टूल नरेंद्र मोदी ने कस्बों, ब्लॉक तक स्टार्ट अप तैयार करने के लिए बैंकों को टूल बनाने की स्ट्रैटजी तैयार की है। उनके अनुसार देश में मौजूद हर बैंक ब्रांच कम से कम एक स्टार्ट अप को लोन देगी। उनके अनुसार देश में 1.25 लाख बैंक ब्रांच हैं, इसका सीधा मतलब है कि इस बार भी सरकारी बैंकों को यह जिम्मेदारी दी जाएगी। जो स्टार्ट अप को कर्ज देने में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को प्रीफरेंस मिलेगी। बैंकों से लोन प्रोसेस होगा आसान पंजाब नेशनल बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मनीभास्कर को बताया कि प्रधानमंत्री ने एक बार फिर बैंकों पर भरोसा जताया है। ऐसे में स्टार्टअप को बूस्ट देने के लिए आरबीआई लोन देने के नियमों को आसान कर सकता है। इसके साथ ही जिस तरह जनधन खातों को खोलने के लिए कैंपने चलाया गया था, ऐसा ही कैंपेन स्टार्ट अप के लिए भी चल सकता है। जिसका सीधा फायदा इकोनॉमी को मिलेगा।