बलिया(ईन्यूज एमपी)-जनता की उपेक्षा करने पर बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह ने संपूर्ण समाधान दिवस पर चेतना दिवस मनाया। कार्यकर्ताओं के साथ बैरिया तहसील पर पहुंचे विधायक ने अधिकारियों और कर्मचारियों की अपेक्षा वेश्याओं को बेहतर बताया। कहा कि इन अधिकारियों और कर्मचारियों से तो अच्छी वे हैं जो पैसा लेकर नाचने काम तो करती हैं। ये तो पैसा भी लेते हैं काम भी नहीं करते हैं। अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी घूस मांगता है तो उनको घूंसा दो और नहीं मानता है तो जूता दो। उन्होंने कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में कहा कि कोई भी कर्मचारी व अधिकारी अगर रिश्वत मांगता है तो उसकी आवाज को रिकार्ड कर लें और उनके सामने प्रस्तुत करें। मामले की जांच कराकर कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी। बैरिया तहसील के समक्ष चेतना दिवस के मौके पर विधायक ने कहा कि तहसील की हालत काफी बदतर हो गई है। कहा कि विधायक रहूं या न रहूं तहसील में भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों को नहीं रहने दूंगा। विधायक सिंह ने संपूर्ण समाधान दिवस के मौके पर पहुंचकर उपजिलाधिकारी अनिल कुमार चतुर्वेदी, क्षेत्राधिकारी बैरिया उमेश कुमार व तहसीलदार दूधनाथ राम को चेतावनी दी कि वरासत, खेतों की पैमाईश पत्थर नसब में ली जाने वाली रिश्वत बंद होनी चाहिए। इस मौके पर अमिताभ उपाध्याय, विजय बहादुर सिंह, सुधांशु तिवारी, ददन भारती, धर्मवीर उपाध्याय, अयोध्या प्रसाद, तेजनारायन मिश्र, रामाशंकर सिंह, निखिल उपाध्याय, चंद्रभूषण सिंह आदि रहे। लेखपाल, कानूनगो ने किया बहिष्कार तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस का राजस्व निरीक्षक व लेखपालों ने बहिष्कार किया। इसके चलते संपूर्ण समाधान दिवस पर खासकर भूमि विवाद के मामलों के निस्तारण में अधिकारियों को काफी परेशानी हुई। जबकि लेखपाल, कानूनगो से संबंधित कार्यों के लिए आए लोगों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। इस संबंध में एसडीएम व तहसीलदार जवाब देने से बचते रहे।