बेंगलुरू(ईन्यूज एमपी)- कनार्टक के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही बीएस येदियुरप्पा ने प्रशासन की बागड़ोर अपने हाथों में ले ली है। उन्होंने चुनाव पूर्ण किए गए अपने वादे को पूरा करने के लिए वरिष्ठ नौकरशाहों के साथ बैठक की और पहले ही दिन किसानों का एक लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने की घोषणा की। हालांकि, अधिकारियों ने सीएम से कुछ वक्त मांगा है, ताकि वे उन लोन की वित्तीय जानकारी हासिल कर सकें। इस बीच येदियुरप्पा ने कहा कि मैंने किसानों से वादा किया था कि सीएम बनने के 24 घंटे के अंदर ही किसानों के एक लाख रुपए तक के कर्ज को खत्म कर दूंगा। उन्होंने विश्वास जताया है कि वह सदन में बहुमत सिद्ध कर देंगे। कनार्टक के 25 वें मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद येदियुरप्पा ने अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह राज्यपाल वजूभाई वाला के बहुमत सिद्ध करने के लिए दिए गए 15 दिन के समय से पहले ही सदन में विश्वासमत हासिल कर लेंगे। राज्य विधानसभा के 15 मई को आए नतीजों में त्रिशंकु विधानसभा बनती दिख रही है। इसके बाद सरकार बनाने के लिए दो दिन चली उठापटक के बाद राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को बुधवार रात सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। हालांकि, इस मामले को लेकर कांग्रेस और जेडी एस ने जबरदस्त विरोध किया और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। भाजपा को उम्मीद है कि 222 विधायकों के सदन में वह अपना बहुमत सिद्ध कर देगी। सीएम पद की शपथ लेने के बाद राज्यपाल ने येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया है। गौरतलब है कि बहुमत के आंकड़े 112 के लिए भाजपा के पास आठ विधायकों की कमी है। येद्दियुरप्पा ने इस पर अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है कि वह आठ विधायक कैसे जुटाएंगे और कहा कि यह मामला अब उच्चतम न्यायालय के समक्ष है। कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों में से 222 सीटों के लिए मतदान हुआ था। जयनगर सीट पर भाजपा उम्मीदवार के निधन के बाद चुनाव रद्द कर दिया गया, जबकि आर आर नगर सीट पर कथित चुनावी कदाचार के चलते मतदान 28 मई के लिए टाल दिया।