दिल्ली (ईन्यूज एमपी)-बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इस संभावना को खारिज कर दिया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव समय से पहले हो सकते हैं. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव फिलहाल एक साथ कराना भी संभव नहीं है, क्योंकि यह राजनीतिक सहमति बनाए बिना नहीं हो सकता. इंडियन एक्सप्रेस अखबार को दिए एक इंटरव्यू में अमित शाह ने यह बात कही. शाह से सवाल किया गया था कि क्या एनडीए सरकार समय से पहले चुनाव कराने पर विचार कर रही है, तो इस पर शाह ने कहा, 'नहीं'. गौरतलब है कि तय समय के मुताबिक लोकसभा के चुनाव अगले साल मई के आसपास होने चाहिए. इस बात की सोशल मीडिया, मेनस्ट्रीम मीडिया, सभी जगह खूब चर्चा थी कि लोकसभा के चुनाव इस साल के अंत में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव के साथ ही कराए जा सकते हैं. पीएम मोदी ने लोकसभा और सभी विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की वकालत की थी, जिसके बाद इस तरह की चर्चाओं और आधार मिल गया. अमित शाह ने इंटरव्यू में कहा, 'पीएम ने देश के सामने एक विचार रखा है (सभी चुनाव साथ कराने का) और उन्होंने इस पर सार्वजनिक चर्चा करने की बात कही है. लेकिन इस मामले में प्रगति तभी हो सकती है, जब सभी राजनीतिक दल इसका समर्थन करें और इसके बारे में कानून बनाया जाए. इस पर चुनाव आयोग की भी सहमति होगी, तब ही चीजें आगे बढ़ेंगी.' उन्होंने कहा, 'सभी राजनीतिक दल इस पर एकमत हो जाते हैं तो यह कभी भी हो सकता है. इसके लिए आरपी एक्ट (जनप्रतिनिधित्व कानून) में बदलाव करना होगा और यह संसद में ही हो सकता है. इसे कोई गुपचुप नहीं कर सकता.' गौरतलब है कि विधि आयोग भी देशभर में एक साथ लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव कराने पर जल्दी ही अपनी सिफारिश देने वाला है. फिलहाल आयोग ने इस बाबत विचार करने के लिए मसौदा तैयार कर लिया है.