मुंबई(ईन्यूज एमपी)- के एक बुजुर्ग दंपती ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर Сएक्टिव यूथनेशियाТ (इच्छा मृत्यु) की इजाजत मांगी है। खास बात ये है इस कपल में से किसी को कोई गंभीर बीमारी नहीं है। लेकिन उनका कहना है कि वो इस उम्र में समाज के लिए कोई योगदान देने में सक्षम नहीं हैं। उन्होंने प्रेसिडेंट को लिखे लेटर में कहा- हम नहीं चाहते कि उम्र के इस दौर में कोई और हमारी जिम्मेदारी संभाले। - लेटर में बुजुर्ग कपल ने लिखा, "शादी के पहले साल में ही हम लोगों ने बच्चा नहीं करने का फैसला कर लिया था। हमारे परिवार में भी कोई नहीं है। बुजुर्ग अवस्था में हम लोग नहीं चाहते कि कोई दूसरा हमारी जवाबदेही ले।" - लवाटे दंपति ने आगे लिखा है, टर्मिनली इल (बीमारी के कारण शरीर का काम न कर पाना) होने की वजह से वह समाज के लिए अपना कोई योगदान नहीं कर सकेंगे। - इरावती ने लिखा, "मेरे दो ऑपरेशन हुए। मेरे लिए अकेले कहीं जाना बहुत मुश्किल है। मैं ठीक ढंग से बैठ भी नहीं सकती हूं। मेरी जिंदगी का कोई मकसद नहीं है।" क्या है एक्टिव यूथनेशिया? - एक्टिव यूथनेशिया में आम तौर पर पेन किलर का ओवरडोज दिया जाता है, ताकि व्यक्ति की मौत हो जाए। गौरतलब है कि भारत में इच्छा मृत्यु का प्रावधान नहीं है।