दिल्ली(ईन्यूज़ एमपी) - देशभर में बिकने वाली खांसी जुकाम, डायरिया, इंफेक्शन, पेटदर्द व सिरदर्द सहित अनेकों बीमारियों के लिए इस्तेमाल होने वाली 30 दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं। इनमें दस दवा निर्माता हिमाचल के हैं। सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) ने सोमवार को ऐसी 30 दवा कंपनियों की सूची संबधित दवा नियंत्रकों को कार्रवाई के लिए भेजी है। इन दवाओं के सैंपल देशभर में दिसंबर महीने में लिए गए थे। इनमें पैरासिटामोल, पैंटोप्रोजोल, आईबूप्रोफिन टैबलेट शामिल हैं। जिन दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं, उनका पूरा बैच वापस मंगवाने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा ओमेगा बायोटैक उत्तराखंड की पैरासिटामोल टैबलेट को दो स्थानों पर खराब पाया गया है। बोचैम हेल्थकेयर उज्जैन (मध्य प्रदेश) में निर्मित आइबूप्रोफिन 200 एमजी दवा सब स्टैंडर्ड रही। ग्रीन लैंड ओर्गेनिक्स सूरमपाली में निर्मित पैंटोप्रोजोल, दिल्ली की अरबो फार्मास्यूटिकल, उत्तराखंड की आंचल लाइफ सांइस, गुरुग्राम की इंडियन ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल, पंचकूला की पार्क फार्मास्यूटिकल, अमृतसर की जैकसन लैब्रोरेट्री की दवाओं को भी सब स्टैंडर्ड पाया गया है। ''प्रदेश की दस दवा कंपनियों को नोटिस दिए जा रहे हैं। संबंधित कंपनियों से जवाब मांगा जाएगा व खराब बैच को नष्ट करवाने के आदेश दिए गए हैं।'' -नवनीत मारवाह, राज्य दवा नियंत्रक