लखनऊ (ई न्यूज एमपी)-प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के साथ विवाद के बाद आइएएस अधिकारी संजय खत्री एक बार फिर से चर्चा में हैं। गाजीपुर में जिलाधिकारी के पद पर रहते समय उनके सामने फरियाद लेकर गई एक युवती को उन्होंने अपना जीवनसाथी बना लिया है। गाजीपुर में तैनाती के समय परवान चढ़ा प्रेम रायबरेली में डीएम के पद पर तैनाती के समय विवाह में बदल गया। संजय खत्री ने 19 नवंबर यानी पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर नई दिल्ली में गाजीपुर की इस युवती के साथ विवाह कर लिया। निकाय चुनाव के आहट के बीच नई दिल्ली गए संजय खत्री ने एक सादे समारोह में गाजीपुर के सामान्य परिवार की इस महिला से विवाह कर लिया। फिलहाल उनका यह विवाह अब बेहद चर्चा का विषय बना है। राजस्थान के जयपुर निवासी 2010 बैच के आइएएस अधिकारी हैं। गाजीपुर निवासी युवती विजय लक्ष्मी सिविल सेवा सर्विसेज की तैयारी भी कर रही थी। इसी बीच डीएम संजय खत्री से उसकी मुलाकात उनके ऑफिस में हो गई। गाजीपुर से इंटर करने के बाद विजय लक्ष्मी दिल्ली चली गई थीं, जहां पर वह सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी में लग गईं। जहां पर वह क्लास करने जाती थीं, वहीं पर संजय खत्री भी परीक्षा की तैयारी में लगे थे। रायबरेली में डीएम संजय खत्री ने कहा कि लड़की फरियादी नहीं थी। वह सहपाठी रही। सिविल की तैयारी में परिचय हुआ था। वह गाजीपुर की रहने वाली है। वहां तैनाती के दौरान मैंने उससे वहां न आने को कहा था, ताकि कोई बात का बतंगड़ न बनाए। दिल्ली में ही दोस्ती हुई थी वहीं विवाह की पार्टी की। विजय लक्ष्मी परीक्षा में सफल न होने के कारण वापस गाजीपुर लौट आईं जबकि संजय कुमार खत्री सिविल सर्विसेज की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ट्रेनिंग में चले गए। इसके बाद उनकी पोस्टिंग का सिलसिला शुरू हुआ। करीब सात वर्ष बाद वह डीएम के रूप में गाजीपुर पहुंचें, जहां पर विजय लक्ष्मी भी थीं। इसी दौरान एक बार विजय लक्ष्मी किसी काम से जिलाधिकारी ऑफिस गईं, जहां पर संजय कुमार खत्री से उनकी भेंट हो गई। पुरानी यादें ताजा होने के बाद इनके बीच मुलाकात का सिलसिला शुरु हो गया। किसी आइएएस अधिकारी के विवाह की बात सामने आने पर बड़े समारोह की तस्वीर जेहन में आ जाती है। आप ने अभी तक विवाह के किस्से तो खूब सुने होंगे। इनमें शाही विवाह से लेकर कई तरह के वीआईपी वैवाहिक भी चर्चा में रहते हैं। इन्हीं के बीच अब एक ऐसा विवाह है, जिस सुनकर लोग हैरत में पड़ रहे हैं। विवाह तो एक वीआईपी है, लेकिन उसमें चंद बराती और दू्ल्हा-दुल्हन। बेहद सादे समारोह में नई दिल्ली में रायबरेली के डीएम संजय खत्री एक सामान्य युवती के साथ परिणय सूत्र में बंधे।युवती फरियादी थी जिससे डीएम संजय खत्री ने अंगूठी पहनी है। गाजीपुर में तैनाती के दौरान डीएम संजय खत्री का युवती से मिलना जारी था। वर्तमान में रायबरेली जिलाधिकारी संजय खत्री पहले गाजीपुर के डीएम थे। इस दौरान फरियादी युवती उनके सामने कोई समस्या लेकर आई। इस दौरान डीएम को आभास भी नहीं था कि अनजान युवती एक दिन उनकी जीवन संगिनी बन जायेगी। डीएम ऑफिस आते-जाते युवती का डीएम से मुलाकात का यह सिलसिला शुरू होने के साथ ही काफी बढ़ता चला गया। बात बढ़ी तो दोनों के बीच प्यार हो गया। प्यार परवान चढ़ा तो दोनों ने एक दूसरे के साथ जीवन भर रहने का वादा किया और पिछले 19 नवंबर को हमेशा के लिए एक दूसरे के साथ सात फेरों में बंध गए। संजय खत्री गाजीपुर में तैनाती के दौरान जिस युवती से मिले थे अब वह उनकी पत्नी हैं। गाजीपुर से तबादले के बाद डीएम ने शादी कर ली है। बताया जा रहा है कि उनकी पत्नी सामान्य परिवार से हैं। संजय खत्री वर्तमान समय में रायबरेली डीएम हैं। अब तो फिलहाल दोनों का विवाह चर्चा का विषय बना है। कैबिनेट मंत्री और डीएम संजय को लेकर विवाद बढ़ गया था तब सीएम योगी को बीच में आना पड़ा था। इस प्रकरण पर मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने इस्तीफा देने की घोषण भी कर दी थी।इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले में हस्तक्षेप किया था। राजभर ने लखनऊ में आकर मुख्यमंत्री से भेंट भी की थी। इसके बाद प्रदेश में निकाय चुनाव की घोषणा से पहले संजय खत्री का तबादला इसी पद पर रायबरेली हो गया था।