सीधी (ईन्यूज़ एमपी): मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 30 मार्च 2025 को क्षिप्रा नदी के तट से शुरू किए गए राज्यव्यापी जल गंगा संवर्धन अभियान ने सीधी जिले में व्यापक सफलता हासिल की है। अभियान के तहत न केवल जल स्रोतों का संरक्षण और पुनरुद्धार किया गया, बल्कि इसे एक जन-जन का अभियान बनाते हुए जिले में हजारों लोगों की भागीदारी दर्ज की गई। जिला प्रशासन और जन अभियान परिषद की अगुवाई में अभियान के दौरान जल संरक्षण के लिए अनेक ठोस कदम उठाए गए। जिले में 1916 खेत तालाब, 400 डगवेल रिचार्ज पिट और 37 अमृत सरोवर का लक्ष्य रखा गया, जिसमें उल्लेखनीय प्रगति हुई। अब तक 1159 खेत तालाब पूर्ण हो चुके हैं, जबकि 298 डगवेल रिचार्ज पिट के पूर्णता प्रमाण पत्र जारी हो चुके हैं। 115 अन्य रिचार्ज पिट भी तैयार हो चुके हैं और शेष पर कार्य अंतिम चरण में है। इन संरचनाओं से वर्षा जल के संग्रहण में वृद्धि होगी, जिससे न केवल भूजल स्तर सुधरेगा बल्कि किसानों की उपज और जीवन स्तर में भी सकारात्मक बदलाव आएगा। जन अभियान परिषद की अग्रणी भूमिका मुख्यमंत्री के आह्वान पर जन अभियान परिषद ने जल संरक्षण को जन-जन का आंदोलन बना दिया। पूरे जिले में 30 मार्च से 30 जून तक चले इस अभियान में 1500 जलदूतों की टीम ने मैदान संभाला। 78 तालाबों की सफाई, 91 नदी तटों पर स्वच्छता अभियान, 190 जल संगोष्ठियां, 134 रैलियाँ, 37 नुक्कड़ नाटक, दीवार लेखन, चित्रकला प्रतियोगिता जैसे 684 से अधिक रचनात्मक आयोजनों के माध्यम से जल संरक्षण को लेकर आम लोगों में जागरूकता फैलाई गई। इन आयोजनों में कुल 34,254 लोगों की सक्रिय भागीदारी हुई। सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने भी बढ़-चढ़कर श्रमदान किया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने जिले की चार नदियों के उद्गम स्थलों में पूजन कर जन भागीदारी को प्रेरित किया। वहीं, कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी और सीईओ अंशुमन राज की निगरानी में जिले में अभियान के लक्ष्यों को गति दी गई।