उमरिया (ईन्यूज़ एमपी): विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में रोमांचक घटनाक्रम सामने आया है। लगभग तीन वर्ष की एक युवा बाघिन, जो डांटी बाघिन की दूसरी संतान है, ने अपने क्षेत्र की सीमाएं बनाना शुरू कर दी हैं। मां से अलग होने के बाद, यह बाघिन मगधी जोन के भूल-भुलैया क्षेत्र में लगातार देखी जा रही है। सोमवार को सफारी पर निकले पर्यटकों ने वन मार्ग पर इस बाघिन को घूमते हुए देखा। बाघिन की भव्यता और नजदीकी ने पर्यटकों को इतना उत्साहित किया कि उन्होंने इसका वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर लिया। ठंड के मौसम में बाघों का दिखना दुर्लभ होता है, लेकिन इस युवा बाघिन को देखकर पर्यटक बेहद रोमांचित हो गए। भूल-भुलैया क्षेत्र, जो लगभग 5-7 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और बांस के घने जंगलों से भरा है, इस बाघिन का प्रिय निवास बन गया है। इस क्षेत्र की ठंडक और घना जंगल इसे शिकार और आराम के लिए आदर्श बनाते हैं। पिछली गणना के अनुसार, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगभग 165 बाघ हैं। यहां के कोर जोन – ताला, मगधी और खितौली – पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। वहीं, तीन वर्षीय यह बाघिन भूल-भुलैया क्षेत्र में अपनी खास पहचान बना रही है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का यह घटनाक्रम न केवल बाघ संरक्षण की सफलता को दर्शाता है, बल्कि जंगल की जीवंतता का अद्भुत अनुभव भी कराता है। भूल-भुलैया की यह बाघिन पर्यटकों के लिए आकर्षण का नया केंद्र बन गई है।