भोपाल (ईन्यूज एमपी)-मध्यप्रदेश में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा के जवाब में कांग्रेस ने मंगलवार से जन आक्रोश यात्रा का आगाज कर दिया है। प्रदेश के 7 अलग-अलग इलाकों से कांग्रेस के 7 सीनियर नेताओं ने इन यात्राओं की शुरुआत की। ये यात्राएं लगभग 11 हजार 400 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय कर प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचेगी। जन आक्रोश यात्रा के जरिए कांग्रेस नेता जनता के बीच प्रदेश सरकार के घपले-घोटाले रखेंगे। साथ ही कमलनाथ की सवा साल की सरकार के कामकाज और उनके 11 वचन भी जनता के सामने रखेंगे। यात्रा के आगाज पर कांग्रेस के नेता प्रदेश सरकार पर जमकर बरसे। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि शिवराज सिंह यात्रा को माफी यात्रा निकालनी चाहिए। देखिए कहां-कहां से किन-किन नेताओं ने जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत की... मालवा - मंदसौर मालवा में मंदसौर से पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत की। इससे पहले वे भगवान पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। हालांकि देरी होने की वजह से मंदिर के पट बंद हो गए थे, इसलिए वे भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन नहीं कर पाए। पटवारी ने बुलेट पर सवार होकर रोड शो में शामिल हुए। उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में मंदसौर में 11 पुलिसकर्मी अफीम तस्करी के मुकदमे में अपराधी बन गए और सीएम आज कल मंच पर रैंप वॉक कर रहे हैं। भाजपा 18 साल से जनता के शोषण के बाद जन आशीर्वाद निकाल रही है, लेकिन इस बार जनता का आक्रोश है, इसलिए हम जनाक्रोश यात्रा निकाल रहे हैं। पटवारी ने मंच पर सीएम की नकल (मिमिक्री) भी की। पूर्व मंत्री और विधायक जीतू पटवारी ने मंदसौर स्थित पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना कर जन आक्रोश यात्रा का शुभारंभ किया। पूर्व मंत्री और विधायक जीतू पटवारी ने मंदसौर स्थित पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना कर जन आक्रोश यात्रा का शुभारंभ किया। विंध्य - रीवा विंध्य के रीवा से पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने यात्रा की शुरुआत की। सबसे पहले वे सुबह करीब साढे़ नौ बजे किला स्थित महामृत्युंजय मंदिर पहुंचे। यहां दर्शन और पूजा के बाद पत्रकारवार्ता की। अजय सिंह ने आरोप लगाया कि MP में महिलाएं असुरक्षित है। चौतरफा भ्रष्टाचार है। राज्य सरकार का खजाना खाली है। शिवराज घोषणा पर घोषणा कर रहे हैं। इतना कर्ज लाद दिया है कि उतारना मुश्किल हो जाएगा। मालुम है कि अब प्रदेश से बाहर हो रहे हैं। ऐसे में दूसरे की स्कीम चुरा रहे हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने रीवा के किला प्रांगण में भगवान महामृत्युंजय का अभिषेक किया। इसके बाद जन आक्रोश रैली का शुभारंभ किया। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने रीवा के किला प्रांगण में भगवान महामृत्युंजय का अभिषेक किया। इसके बाद जन आक्रोश रैली का शुभारंभ किया। बुंदेलखंड - दमोह बुंदेलखंड के दमोह से पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने यात्रा का आगाज किया। उन्होंने जागेश्वर नाथ धाम बांदकपुर से जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा है कि उन्हें जन आशीर्वाद यात्रा नहीं बल्कि माफी यात्रा निकाली चाहिए। यादव ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कहते हैं कि प्रदेश की जनता का भाजपा को भरपूर आशीर्वाद मिल रहा है। यदि इतना ही आशीर्वाद मिलने का भरोसा है तो फिर प्रदेश में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह 7-7 बार क्यों आ रहे हैं ? क्यों पूरे देशभर से मंत्रियों को इस जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल किया जा रहा है ? मुझे पता है कि भाजपा को प्रदेश की जनता अब नकार चुकी है। इतने भ्रष्टाचार हुए हैं जो जनता के सामने हैं। देश के बेरोजगार युवाओं का भविष्य गर्त में पहुंच गया है। इसकी पूरी जवाबदारी भाजपा सरकार की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने दमोह में भगवान श्री जागेश्वरनाथ धाम में पूजन कर जन आक्रोश यात्रा का शुभारंभ किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने दमोह में भगवान श्री जागेश्वरनाथ धाम में पूजन कर जन आक्रोश यात्रा का शुभारंभ किया। निमाड़ - खरगोन निमाड़ में खरगोन से जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत की गई। कुंदा नदी के तट पर स्थित गणेश मंदिर से यात्रा का आगाज हुआ। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने सीएम शिवराज सिंह को कलयुगी मामा बताया। आरोप लगाया कि ये प्रदेश को खाने और कर्ज में डूबाने में लगे हैं। कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि आगामी चुनाव में प्रदेश में 150 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत वाली कांग्रेस की सरकार बनेगी। कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा का जगह जगह स्वागत किया गया। सराफा बाजार में जेसीबी से पुष्पवर्षा की गई। कांग्रेसियों ने बारिश में भीगते हुए आमसभा को संबोधित किया। यात्रा में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, विजयलक्ष्मी साधौ, उमंग सिंघार और विधायक रवि जोशी समेत कई नेता मौजूद रहे। चंबल - श्योपुर चंबल में श्योपुर से नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत की। इस दौरान लक्ष्मण सिंह और रामनिवास रावत समेत पार्टी के कई नेता शामिल हुए। जन आक्रोश रैली की शुरुआत करने से पहले नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने टोड़ी गणेश मंदिर पर पहुंचकर पूजा आराधना की। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बीजेपी के खिलाफ जनता में आक्रोश है। आने वाले चुनाव में जनता सरकार को उखाड़ फेंकेगी। नेता प्रतिपक्ष ने बीजेपी सरकार में हुए सिंहस्थ घोटाले से लेकर नर्मदा परिक्रमा मार्ग के घोटाले तक गिनाए। महिला आरक्षण बिल को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ही इसे बहुत पहले लाई थी। यह कांग्रेस पार्टी की देन है। अब चुनाव में मोदी जी की सरकार डूबने वाली है, इसलिए नाम में प्रबंध लगाने का काम कर रहे हैं। लेकिन, जनता समझ चुकी है प्रबंध लगाने से काम नहीं चलेगा। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने श्योपुर से जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत की। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने श्योपुर से जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत की। निमाड़ - हरदा हरदा से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने कांग्रेस की जन आक्रोश रैली का शंखनाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा ने केवल कोरी घोषणाएं कर झूठी वाहवाही लूटने का काम किया है। जबकि यथार्थ में विकास नहीं हुआ है। पचौरा ने आरोप लगाया कि प्रदेश में सबसे अधिक भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चुनाव से पहले जनता को गुमराह करने के लिए नित्य नई घोषणाएं कर रहे हैं। लाडली बहना योजना भी इसी का एक उदाहरण है। पचौरा ने नार्मदीय ब्राह्मण समाज धर्मशाला के सामने सभा को संबोधित किया। यहां कांग्रेस नेताओं ने मध्यप्रदेश से भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया। विंध्य: सिंगरौली सीधी जिले के सिंहावल से विधायक और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य कमलेश्वर पटेल ने चितरंगी से जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हम जन-जन के आक्रोश को आवाज दे रहे हैं। जनता शिवराज सरकार से त्रस्त है। किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही। भ्रष्टाचार चरम पर है। आप संकल्प लीजिए कि इस आक्रोश को आप सरकार बदलने में तब्दील करेंगे। पटेल के पास सिंगरौली के अलावा सीधी, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट और सतना जिले का प्रभार भी है। सिंहावल से कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल ने चितरंगी से जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने सभा को संबोधित भी किया। उनके पास 8 जिलों का प्रभार हैं। पूरे प्रदेश को 7 रूट में बांटा मध्य प्रदेश में कांग्रेस जन आक्रोश यात्रा को पूरे प्रदेश को 7 रूट में बांटा है। एक-एक प्रभारी और कई सह प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। हर यात्रा की शुरुआत संबंधित विधानसभा क्षेत्र के मंदिर से हुई है। यह यात्रा लगभग 11400 किमी से अधिक का सफर तय कर 230 विधानसभा क्षेत्रों में जनता से जुड़ने का प्रयास करेगी।