भोपाल(ईन्यूज एमपी)-विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचरण संहिता लागू होने में अभी 25 दिन से अधिक का समय बाकी है पर चुनाव से संबंधित शिकायतों के अंबार मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में लगने लगे हैं। शिकायतों का असर इतना व्यापक है कि कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक, अपर कलेक्टर स्तर तक के अधिकारी की शिकायतें भी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पहुंचने लगी हैं। सागर कलेक्टर दीपक आर्य के विरुद्ध भी चुनाव प्रभावित करने की शिकायत चुनाव आयोग तक पहुंच गई है। अब तक करीब 500 शिकायतें आयोग में दर्ज हुई हैं जिन्हें निराकरण के लिए शासन और कलेक्टरों के पास भेजा गया है। सागर कलेक्टर दीपक आर्य के विरुद्ध शिकायत करने वाले पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से की गई शिकायत में कहा है कि इनके द्वारा जिले में निष्पक्ष चुनाव कराए जाने में संदेह है। इनके विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके अलावा ग्वालियर में अपर कलेक्टर पद पर तैनात रहे विनोद भार्गव के विरुद्ध भी शिकायतें सीईओ एमपी इलेक्शन तक पहुंची है शिकायतकर्ता ने कहा है कि भार्गव 2014 से ग्वालियर में ही पदस्थ हैं। वह पहले 10 दिसम्बर 2014 से 30 जून 2019 तक उपायुक्त राजस्व ग्वालियर रहे। इसके बाद दस जुलाई 2019 से नौ सितम्बर 2022 तक ग्वालियर कलेक्ट्रेट में पदस्थ रहे। दस सितम्बर 2022 से तेइस जुलाई 2023 तक वह राजस्व मंडल ग्वालियर में पदस्थ रहे हैं। अब चौबीस जुलाई से ग्वालियर विकास प्राधिकरण के सीईओ के रूप में कम कर रहे हैं। 10 साल से एक ही जिले में पदस्थ भार्गव को हटाने की मांग की गई है। यह डिप्टी कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर भी शिकायतों के दायरे में जो डिप्टी कलेक्टर और ज्वाइंट कलेक्टर शिकायतों के दायरे में आए हैं उसमें डिप्टी कलेक्टर गोविंद सोनी सतना, अनिल भाना डिप्टी कलेक्टर रतलाम, अनिल बावरिया डिप्टी कलेक्टर ग्वालियर, नायब तहसीलदार नागेंद्र त्रिपाठी सतना के नाम है। इनके साथ ही सहकारिता विभाग के उप पंजीयक परशुराम कावड़कर सागर, एसपी कौशिक टीकमगढ़, जिला आपूर्ति अधिकारी रश्मि साहू विदिशा, डिप्टी रेंजर नौरोजाबाद राजाराम नेगी, कार्यपालन यंत्री छतरपुर आरएस शुक्ला, सीएमएचओ भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी, सीएमओ नगरपालिका मंडीदीप, सीएमओ नीमच महेंद्र वशिष्ठ, एसआई हरदा मनोज दुबे, सागर में पदस्थ एसआई बृजेश खरे के भी नाम शामिल हैं। जनसंपर्क, महिला बाल विकास, आरटीओ अफसर के विरुद्ध भी शिकायतकर्ता पहुंचे आयोग चुनाव प्रभावित करने को लेकर जिनके विरुद्ध शिकायत की गई है उनमें जबलपुर में पदस्थ जनसंपर्क अधिकारी आनंद जैन, सीधी में पदस्थ मुकेश मिश्रा समेत जनसंपर्क विभाग का काम देख रहे अन्य अधिकारी भी शामिल हैं। इसके अलावा सीईओ जनपद देवसर, एसीईओ सिंगरौली अनुराग मोदी, महिला बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी नयन सिंह कटनी, जनपद सीईओ सागर प्रतिष्ठा जैन, रतलाम आरटीओ संतोष मालवीय, सीईओ झाबुआ प्रतिभा शुक्ला, खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, महिला बाल विकास के अधिकारी शेषनारायण मिश्रा, जय सिंह, रतलाम में पदस्थ परियोजना अधिकारी अंकिता पांडे के नाम भी शामिल हैं जिनके विरुद्ध निष्पक्ष चुनाव प्रभावित करने की शिकायत की गई है। शिकायतकर्ताओं ने ईओडब्ल्यू व और लोकायुक्त में लंबे समय से अलग-अलग संभागों में पदस्थ पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध भी शिकायत कर उन्हें हटाने के लिए कहा है। 2 सितंबर तक यह रही शिकायतों की स्थिति चुनाव आयोग की फुल बेंच के भोपाल दौरे के पहले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने शिकायतों के स्टेटस की रिपोर्ट तैयार की थी तब तक की स्थिति में निर्वाचन आयोग के पास कुल 461 कम्प्लेन आई थीं जिसमें से 259 शिकायतें शासन के विभिन्न विभागों को निराकरण के लिए भेजी गई और 179 शिकायत कलेक्टरों को निराकृत करने के लिए दी गईं। 23 शिकायतों को नस्तीबद्ध कर दिया गया है। बताया गया कि इसमें से सर्वाधिक शिकायतें स्थानांतरण को लेकर सामने आई हैं। कुल शिकायतों में से 348 शिकायतों में स्थानांतरण नहीं करने के मामले हैं। वहीं मतदाता सूची से संबंधित 11 शिकायत निर्वाचन आयोग को प्राप्त हुईं । इसके अलावा 102 अन्य तरह की शिकायत मिली हैं । भिंड एसपी के विरुद्ध कंप्लेंट कर चुके हैं नेता प्रतिपक्ष विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह भिंड एसपी मनीष खत्री के विरुद्ध जातीय आधार पर पदस्थापना की शिकायत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से कर चुके हैं। उनके द्वारा भिंड जिले के अटेर, लहार और मेहगांव विधानसभा क्षेत्र में थाना प्रभारी की पदस्थापना को लेकर भाजपा नेताओं की जीत के लिए जातीय आधार पर पोस्टिंग करने के आरोप लगाए गए हैं। इसके अलावा भोपाल के नरेला विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला कई शिकायतें कर चुके हैं।