सतना (ईन्यूज एमपी)-घोटाले के आरोप में जेल जा चुके एक संविदा उपयंत्री को वरिष्ठ अधिकारियों को झूठी जानकारी देने और अपनी जेल यात्रा छिपाने का खामियाजा भुगतना पड़ा है। उसे टर्मिनेट कर दिया गया है। कलेक्टर और जिला कार्यक्रम समन्वयक रोजगार गारंटी सतना अनुराग वर्मा ने जनपद पंचायत अमरपाटन के संविदा उपयंत्री सतेन्द्र पटेल को टर्मिनेट कर दिया है। सतेंद्र पटेल वर्तमान समय में जनपद पंचायत रामपुर बाघेलान में पदस्थ था। सतना कलेक्टर ने सब इंजीनियर की संविदा सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी है। रोजगार गारंटी योजना के तहत संविदा आधार पर बतौर उपयंत्री नियुक्त किए गए सतेन्द्र पटेल पर अमरपाटन जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत झिन्ना में अनियमितताओं के आरोप लगे थे। जांच में उसे दोषी पाया गया था। एफआईआर दर्ज होने पर उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। संविदा उपयंत्री सतेंद्र पटेल 23 दिनों तक जेल में बंद रहा था। लेकिन उसने ये तथ्य छिपाए। उधर, न्यायालय कमिश्नर रीवा संभाग में भी झिन्ना पंचायत की अनियमितताओं के तथ्यों को छुपाकर कमिश्नर कोर्ट को गुमराह किया। साथ ही सीईओ जिला पंचायत को लोकायुक्त में जांच वसूली के प्रकरण लंबित नहीं होने का झूठा शपथ पत्र प्रस्तुत कर संविदा वृद्धि भी करा ली थी। उसके ये सारे कारनामे जब सुर्खियों में छाए तो कलेक्टर और जिला कार्यक्रम समन्वयक ने संविदा उपयंत्री की संविदा सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी। सोमवार को बर्खास्त उपयंत्री को एक माह का अग्रिम मानदेय देते हुए पद से पृथक होने का आदेश दे दिया गया है।