राजगढ़(ईन्यूज एमपी)-राजगढ़ जिले के मोहनपुरा में आयोजित किसान कल्याण महाकुंभ में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंगल क्लिक से 70 लाख किसानों के खाते में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत फसल बीमा के 2900 करोड़, ब्याजमाफी के 2100 करोड़ व किसान सम्मान निधि के 1400 करोड़ रुपये अंतरित किए। सीएम शिवराज बोले कमलनाथ ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया, हम ब्याज कि गठरी उतार रहे हैँ। कार्यक्रम में पहुंचने पर जिले की पारम्परिक पगड़ी पहनाकर सीएम शिवराज ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का स्वागत किया। नहरों व जलजीवन मिशन का लोकार्पण किया। सीएम शिवराज ने सम्बोधन में नहीं लिया सांसद रोडमल नागर का नाम। इस अवसर पर सीएम शिवराज ने किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाने की भी घोषणा की। प्रदेश सरकार ने 2 हजार बढ़ाये। अब किसानों को 6 हजार केंद्र व 6 हजार राज्य सरकार के मिलेंगे। पहले प्रदेश सरकार 4 हजार रुपये हर साल देती थी। सीएम ने कहा कि हर गांव में बनाएंगे लाडली बहना सेना। किसानों, बहनो को आगे लाएंगे। सीएम ने यह भी घोषणा की कि लाडली बहना योजना में ट्रैक्टर वाले परिवार को भी एक हजार रुपये देंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में विपक्षी कांग्रेस और राहुल, प्रियंका गांधी पर भी हमला बोला। राजनाथ ने कहा कि कुछ लोग मौसमी हिन्दू बन रहे हैं। चुनाव के लिए नर्मदा जी का पूजन कर रहे हे। पहले हम भगवान राम, हनुमान का नाम लेते थे तो इन पर पहाड़ टूटता था। राम मंदिर मामले में मप्र की सुंदरलाल पटवा सरकार को बर्खास्त किया था। राजनाथ ने सुरक्षा के मोर्चे पर देशविरोधी ताकतों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि हमें छेड़ा तो हम इस पार भी मार सकते हैँ और जरूरत पड़ी तो उस पार जाकर भी मार सकते हैँ। राजनाथ ने कहा कि आयोजन को देखकर लग रहा हे कि शिवराज सिँह चौहान ने उत्कृष्ट व उत्तम कार्य किया है, जिससे मैं गद्गद हो गया हूं। शिवराज सिँह करिश्माई व्यक्तित्व हैं। चुनाव में सब मदद करना। इससे पहले कार्यक्रम में प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी राम सिलावट ने कहा कि 2 लाख 85 हजार हेक्टेयर में होगी सिंचाई। राजगढ़ का विकास तो मप्र का विकास होगा। गौरतलब है कि राजगढ़ जिले में मोहनपुरा व कुंडालिया सिंचाई परियोजनाओं से डलने वाली भूमिगत दाबयुक्त नहरों व समूह जलजीवन मिशन का भूमिपूजन पांच साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया था। अब नहरों से अधिकांश हिस्सो में सिंचाई शुरू होने के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा मंगलवार को लोकार्पण किया गया। उल्लेखनीय है कि नेवज नदी के ऊपर मोहनपुरा बांध व कालीसिंध नदी के ऊपर कुंडालिया बांध बनकर तैयार हुए हैं। ऐसे में 23 जून 2018 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजगढ़ मोहनपुरा बांध पर पहुंचकर दोनों ही परियोजनाओं का लोकार्पण करते हुए राजगढ़ जिले को समर्पित किया था। इसी के साथ उन्होंने दोनों परियोजनाओं से जमीनों को सिंचित करने के लिए अंडरग्राउंड नहरों का भी भूमिपूजन किया था। साथ ही पेयजल के लिए ग्रामीण समूह जलजीवन मिशन की योजनाओं को भी भूमिपूजन किया था। तब से ही नहरें डालने व नलजल योजनाओं के लिए लाइनें डालने का काम जारी था। ऐसे में अब मोहनपुरा बांध से 95 हजार हेक्टेयर व कुंडालिया बांध 30 हजार हेक्टेयर में सिंचाई शुरू हो चुकी है। देश में पहली बार भूमिगत नहरों का लोकार्पण यह पहला ही मौका जब देश में कहीं पर अंडरग्राउंड नहरों का लोकार्पण हुआ है। मोहनपुरा-कुंडालिया बांधों से 1 लाख 25 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि के रकबे में सिंचाई करने के लिए यह नहरें पूरी तरह से तैयार है। जिनका आज लोकार्पण हुआ। दोनों परियोजनाओं से 2 लाख 85 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होना है। जिसमें से अभी तक दोनों से 1 लाख 25 हजार हेक्टेयर तैयार हो चुका है। 95 हजार हेक्टेयर मोहनपुरा बांध से व 30 हजार हेक्टेयर कुंडालिया बांध से सिंचाई के लिए नहरें तैयार हैं। जिसमें से कुछ हिस्से में पिछले रबि सीजन के समय सिंचाई भी शुरू की गई थी। 537 गांवों के किसान होंगे लाभांवित दोनों ही बांधों से कुल करीब 988 गांवों को लाभ मिलना है। जिसमें फिलहाल 1 लाख 25 हजार हेक्टेयर जमीन के लिए नहरों का लोकार्पण होने से अभी 537 गांव लाभांवित होंगे। इससे लाखों लोगों की भूमि हरी-भरी होगी। सबसे अधिक लाभ कालीपीठ क्षेत्र के पथरीले हिस्से को मिलेगा। जहां कभी पानी की किल्लत के कारण फसलों की पैदावार नहीं हो पाती थी। अब इससे फसलों की पैदावार बढ़ना तय है। 1-मोहनपुरा परियोजना की सिंचाई क्षमता : 1 लाख 45 हजार हेक्टेयर 2-कुंडालिया परियोजना की सिंचाई क्षमता : 1 लाख 39 हजार 500 हेक्टेयर देश की पहली परियोजना, जहां अंडरग्राउंड नहरें बनाई गई मोहनपुरा देश की पहली ऐसी सिंचाई परियोजना है जिसके माध्यम से अंडरग्राउंड पइपलाइन के जरिए नहरों को तैयार किया है। प्रेशराइज्ड पाइप प्रणाली वाली यह नहर देश ही नहीं, बल्कि विश्व के कई देशों तक विख्यात है। पिछले दिनों जल की बचत को लेकर मप्र को केंद्रीय सिंचाई व शक्ति मंडल द्वारा 3 मार्च को अवार्ड मिला था। यह अवार्ड मप्र के एसीएस को केंद्रीय मंत्री आरके सिंह द्वारा प्रदान किया गया था।