नर्मदापुरम में बाघ ने एक महिला पर हमला कर दिया। उसे घसीटकर गुफा में ले गया। बाघ उसका पूरा धड़ खा गया। केवल पैर का हिस्सा बचा है। परिजन ने बाल, कपड़े और पायल से महिला की पहचान की है। परिजन ने बताया कि महिला मानसिक रूप से कमजोर थी। पुलिस और वन विभाग की टीम ने शव का बचा हुआ हिस्सा बरामद कर अस्पताल पहुंचाया है। स्टेशन रोड थाना के सब इंस्पेक्टर सुरेश सिंह चौहान ने बताया कि महिला गुरुवार से लापता थी। देवक सिंह ठाकुर निवासी ग्राम धार गांव ने उसकी मां रसी बाई (55) की गुमशुदगी लिखाई थी। शुक्रवार शाम करीब पांच बजे फॉरेस्ट रेंजर बीआर पदाम ने पिपरिया क्षेत्र के धार गांव मोहरीकला के जंगल में पहाड़ी गुफा में एक महिला का शव मिलने की सूचना दी थी। मौके पर फॉरेस्ट और पुलिस ने पहुंचकर जांच की तो यह गुमशुदा महिला निकली। घटनास्थल के आसपास बाघ के पगमार्क मिले हैं। एसडीओ फॉरेस्ट का कहना है तत्काल परिजन को 10 हजार रुपए बतौर मुआवजा दिए हैं। शासन की योजना के तहत आठ लाख की सहायता राशि स्वीकृत होगी। इससे पहले नर्मदापुरम में ही मटकुली मोगांव की रहने वाली महिला पर बाघ ने हमला किया था। आदमखोर बाघ इस महिला को भी खा गया था, तब आदिवासी समुदाय ने काफी बवाल मचाया था। वन चौकी में आगजनी की वारदात को अंजाम दिया था। बड़ी मुश्किल से स्थिति नियंत्रित हो पाई थी।