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Home मध्य प्रदेश युवाओं के लिए सीएम कि सौगात, देखिए यूथ महापंचायत में क्या बोले शिवराज, युवाओं को मिलेगा 8हजार प्रतिमाह....

युवाओं के लिए सीएम कि सौगात, देखिए यूथ महापंचायत में क्या बोले शिवराज, युवाओं को मिलेगा 8हजार प्रतिमाह....

भोपाल (ईन्यूज एमपी)- भोपाल में आज आयोजित यूथ महापंचायत में सीएम शिवराज ने युवाओं को साधने का प्रयास किया है उनके द्वारा युवाओं को लेकर कई घोषणाएं की गई हैं और उनके हितों को ध्यान में रखते हुए 12वी के बाद ट्रेनिंग और नौकरी मिलने तक उन्हें ₹8000 प्रतिमाह देने का भी ऐलान किया गया है। एमपी सरकार ने आज यूथ पॉलिसी और यूथ पोर्टल भी लॉन्च कर दिया है। भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में यूथ महापंचायत के मंच से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई बड़ी घोषणाएं भी कीं। हिंदी में मेडिकल सीट्स रिजर्व की जाएंगी। नीट में सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए 5% आरक्षण देकर अलग से मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी। एक साल में जितने चाहे नौकरी फॉर्म भरें, फीस एक बार ही लगेगी। मध्यप्रदेश सरकार मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना भी लाएगी।

कौशल योजना को CM ने दुनिया की सबसे बड़ी अप्रेंटिसशिप योजना बताते हुए कहा- इसके तहत ऐसे यूथ, जिन्हें 12वीं या ग्रेजुएशन के बाद जॉब नहीं मिली, उन्हें अलग-अलग फील्ड में ट्रेनिंग कराई जाएगी। ट्रेनिंग के दौरान ही 8 हजार रु. महीना दिया जाएगा। 1 जून से यूथ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे। इसके बाद रजिस्ट्रेशन कभी कर सकते हैं, इसकी कोई समय सीमा नहीं है। 1 जुलाई से रजिस्ट्रेशन करने वाले बच्चों को पैसा मिलना शुरू हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा, जब कॉम्प्टिशन की बात होती है, तो नीट में सरकारी स्कूलों के बच्चे छूट जाते हैं। अब हम नीट के रिजल्ट के आधार पर दो मेरिट लिस्ट बनाएंगे। मैं अंग्रेजी का विरोधी नहीं, लेकिन अंग्रेजी की बाध्यता हो ये मध्यप्रदेश में नहीं होने देंगे। प्रदेश में युवा आयोग का पुर्नगठन 5 अप्रैल तक कर दिया जाएगा। अगले साल के बजट में युवा बजट भी शामिल किया जाएगा।

अब तक मुख्यमंत्री मेधावी योजना की फीस की सीमा 6 लाख रु. थी, इसे बढ़ाकर 8 लाख रु. कर रहा हूं। मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में सुधार के लिए और सुझाव हों, तो भेज देना, मैं सुधार कर दूंगा। खेलकूद के लिए इस साल 750 करोड़ का बजट खेल विभाग का है। मप्र में अब हर साल खेलो एमपी यूथ गेम्स आयोजित किए जाएंगे। स्कूलों में खेल का पीरियड अनिवार्य होगा। योग शिक्षा के साथ हर गांव में खेल का मैदान बनेगा।
हम कई अलग-अलग भाषाएं सीखकर जॉब कर सकते हैं। अलग-अलग बच्चे जर्मनी, जापानी, भाषाएं सीखना चाहेंगे तो उसके लिए कोर्स शुरु कराएंगे। 100 करोड़ से स्टूडेंट इनोवेशन फंड बनाया जाएगा। जिला स्तर पर विवेकानंद युवा संसाधन केंद्र बनेंगे। इनमें सभी सुविधाएं, लाइब्रेरी, डिजिटल स्टूडियो, हॉस्टल, करियर गाइडेंस मिलेगा।
जनजातीय लोक कला को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के 1 हजार कलाकारों को 3 हजार प्रतिमाह फेलोशिप दी जाएगी। बच्चों को अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओं के फार्म भरने में परीक्षा शुल्क लगता है। अब सिर्फ वन टाइम परीक्षा शुल्क जमा करना होगा। अगर इंटरव्यू के लिए मप्र के बच्चों को दिल्ली जाना पड़ा, तो मप्र भवन में रहने की निशुल्क व्यवस्था की जाएगी। मां तुझे प्रणाम योजना की तर्ज पर प्रदेश और संस्कृति को जानने केलिए युवा अनुभव यात्रा कराई जाएगी।
मेंटल हेल्थ को लेकर मैं चिंतित हुं। तनाव, नशे ड्रग्स के कारण बच्चे हताश निराश होने लगते हैं। कई बार सुसाइड के मामले सामने आते हैं। मेंटल हेल्थ ठीक रखने के लिए नशे के कारोबारियों को तबाह करने की जरूरत है। मप्र में 1 अप्रैल से शराब दुकानों के साथ खुले सारे अहाते बंद कर दिए जाएंगे। कोई पार्क, सड़क पर नहीं पिएगा। अगर सार्वजनिक स्थान पर नशा किया, तो पुलिस से डंडे पड़वाऊंगा। नशे के कारोबारियों पर कार्रवाई जारी रहेगी। आगे भी बुल्डोजर चलेंगे।
हम लगातार मोबाइल से खेलते हैं। मैं मोबाइल का विरोधी नहीं हूं। कई बार इतना ज्यादा इस्तेमाल होता है कि कई बच्चे डिप्रेशन में चले जाते हैं। आप तकनीक के उपयोग के साथ स्वास्थ्य का ध्यान रखें। खेल मैदान में भी खेलो।
एक तकलीफ मेरे मन में है। जब देश आजाद होने के बाद तत्कालीन सरकारों ने हमें आजादी का इतिहास पढ़ाया, तो हमें सिर्फ एक खानदान के बारे में बताया। हिंदुस्तान को आजादी पं. नेहरू जी ने दिलाई, इंदिरा जी ने दिलाई, गांधी जी ने दिलाई...। मैं गांधी जी के योगदान को प्रणाम करता हूं, लेकिन हम महारानी लक्ष्मी बाई, तात्या टोपे, लाला हरदयाल, खुदीराम, अश्फाकुल्लाह खान, वीर सावरकर... को भूल गए।
उनकी समाधि पर एक दिया भी नहीं, जिनके लहू से मिली थी आजादी ए वतन, जगमगा रहे थे मकबरे उनके, जो बेचा करते थे शहीदों के कफन। देश को आजादी का इतिहास भी ढंग से पढ़ाया नहीं गया। लेकिन, मैं धन्यवाद दूंगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को, जिन्होंने आजादी का सही इतिहास पढ़ाने का फैसला किया।

क्या है युवा पोर्टल और यूथ पॉलिसी?

युवा पोर्टल (yuvaportal.mp.gov.in) एक ऑनलाइन प्लेटफार्म है। इसका मकसद यूथ को सूचना, संसाधनों और अवसरों के साथ सशक्त बनाना है। पोर्टल पर शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, खेल और कल्चरल एक्टिविटी की भी जानकारी मिलेगी। इसके जरिए यूथ सरकारी संगठनों से कनेक्ट भी रहेंगे। पोर्टल में मेंटर्स से भी मार्गदर्शन मिलेगा।

सरकार हाईस्कूल, हायर सेकेंडरी में पढ़ रहे स्टूडेंट्स को उनके इंटरेस्ट के हिसाब से हायर एजुकेशन के सब्जेक्ट सिलेक्शन से लेकर करियर प्लानिंग के लिए गाइडेंस दिलाएगी। पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी और रोजगार के लिए सरकारी योजनाओं से लोन और सब्सिडी दिलाने के लिए इंटिग्रेटेड सिस्टम बनाएगी। इस इंटिग्रेटेड सिस्टम में पढ़ाई से लेकर स्किल डेवलपमेंट, वोकेशनल ट्रेनिंग और रोजगार के लिए बिना बाधा मदद मिलेगी। सरकार के साथ युवाओं को जोड़ने के लिए यूथ की स्टेट लेवल एडवाइजरी कमेटी बनाई जाएगी।

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