सीधी (ईन्यूज एमपी)- विगत 3 माह से बंद पड़े बहरी अमिलिया मार्ग को लेकर आज सिहावल विधायक एवं पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल धरने पर बैठे रहे उनके द्वारा बहरी अमिलिया मार्ग पर स्थित जोगदह पुल को शुरू करने अथवा वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग को लेकर शासन प्रशासन एवं सरकार को आड़े हाथों लेते हुये एसडीएम आर.के.सिन्हा को एक ज्ञापन सौंपा गया , इसी के साथ उन्होंने व्यंगात्मक स्वरों में सीधी विधायक का समर्थन भी किया और खड़बड़ा घाट पर शुरू होने वाले पुल निर्माण का पक्ष भी लिया गया। जी... हां ...बतादें कि पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने धरने के दौरान चुटकी लेते हुए कहा कि आज से खड़ बड़ा घाट को भी हम अपने अभियान में लेते हैं सत्तापक्ष के विधायक ज्यादा कुछ कह नहीं पा रहे हैं इसलिए इसकी मुहीम हम ही छोड़ेंगे। उन्होंने इशारे इशारे में याद दिलाया कि सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला द्वारा खड़बड़ा घाट पर सोन नदी पुल निर्माण के लिए भूमि पूजन किया जा चुका है और कई बार इसका कार्य शुरू होने की बात कही गई है लेकिन उनकी प्राथमिकताओं को सरकार तबज्जो नही दे रही अभी तक खड़बड़ाघाट पर काम शुरू नहीं हो सका है , हो सकता है वह सत्तापक्ष के विधायक है और ज्यादा कुछ सरकार से कह नहीं पा रहे हैं इसलिये अब उनके इस अभियान को समर्थन दिया जाता है और खड़बडा घाट पर पुल निर्माण को लेकर मुहिम चलाई जाएगी। खैर ... सत्ता और विपक्ष विकास के मुहिम पर एक हो जायें अच्छी बात है किंतु पूर्व मंत्री कमलेश्वर के इस वयान से क्या समझें ...तंज ..या ..फिर कंधे ..पे ...कंधा ... वहरहाल जो भी हो जैसा भी हो राजनीति के गलियारे में वयान को लेकर तरह तरह के चर्चाओं का बाजार गर्म है । चर्चा है कि सत्ता से वेहतर कमलेश्वर ताकतवर हैं तभी तो मामा और नाना की सारी योजनाओं का असर सिहाबल में बेअसर हैं और आगे भी बेअसर रहने की सम्भावनयें प्रबल मानी जा रही है ।