भोपाल (ईन्यूज एमपी)-साढ़े 3 साल से गायब मध्यप्रदेश कैडर की IAS रानी बंसल की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। मध्यप्रदेश सरकार की अनुशंसा पर सामान्य प्रशासन विभाग (कार्मिक) ने यह कार्रवाई की है। रानी बंसल देवास जिले में बतौर SDM पदस्थ थीं। वे मई 2019 से बिना सूचना के गायब चल रही थीं। रानी बंसल देवास जिले के बागली में SDM के पद पर पदस्थ थीं। वे 31 मई 2019 से बिना बताए गायब चल रही थीं। उन्होंने साल 2020 और 2021 में संपत्ति का ब्यौरा भी नहीं दिया था। सामान्य प्रशासन विभाग (कार्मिक) ने कई बार नोटिस जारी कर उनकी गैरहाजिरी का कारण जानने की कोशिश भी की, लेकिन जवाब नहीं मिला। जिसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने केन्द्रीय कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय को मामला भेजकर भारतीय प्रशासनिक सेवा से उनका स्वत: त्यागपत्र मंजूर करने का आग्रह किया था। इसके बाद 1 जून 2019 से उनका इस्तीफा स्वीकार मान लिया गया। इस नियम के तहत की कार्रवाई केन्द्रीय कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने अखिल भारतीय सेवा अवकाश नियमावली 1955 के नियम 7(2) (क) के तहत रानी बंसल का भारतीय प्रशासनिक सेवा से त्यागपत्र स्वीकार किया। राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद 16 दिसंबर आदेश जारी कर दिया गया। रानी बंसल मूलत: भोपाल की रहने वाली हैं। पिता राजेन्द्र गुप्ता फार्मेसी संचालक हैं। उन्होंने RGPV यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया था। उन्हें कैंपस सिलेक्शन में 5 लाख रुपए की जॉब मिली थी, लेकिन जॉब छोड़कर उन्होंने UPSC की तैयारी की थी। UPSC में रानी ने 64वी रैंक हासिल की थी। इसके बाद मध्यप्रदेश कैडर से भारतीय प्रशासनिक सेवा की अफसर बनीं। एमपी कैडर अलॉट होने के बाद वे प्रदेश में ही सेवाएं दे रही थीं। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद मंजूर माना इस्तीफा सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 2015 बैच की IAS रानी बंसल मई 2019 से बिना सूचना दिए अनुपस्थित चल रही थीं। उनकी तरफ से अवकाश का आवेदन भी विभाग को नहीं मिला। लंबे समय तक गायब रहने पर मप्र के सामान्य प्रशासन विभाग (कार्मिक) ने DOPT को उनके डीम्ड रेजिग्नेशन का प्रस्ताव बनाकर भेजा था उसे DOPT ने स्वीकार कर लिया है। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद 1 जून 2019 से उनका इस्तीफा मंजूर माना गया है।