बालाघाट(ईन्यूज एमपी)- आदिम जाति सेवा सहकारी समिति बिरसा का प्रभारी प्रबंधक आय से अधिक की संपत्ति रखने वाला करोड़पति निकला है। मंगलवार को जबलपुर लोकायुक्त टीम द्वारा छापामार कार्रवाई की गई। जिसमें एक करोड़ 41 लाख रूपये की संपत्ति प्रथम जांच में मिली है। ये कार्रवाई जबलपुर डीएसपी जेपी वर्मा के नेतृत्व में हुई। जानकारी के अनुसार ग्राम करौंदा बहेरा निवासी संतोष पिता देवीलाल भगत जो आदिम जाति सेवा सहकारी समिति बिरसा में एक साल से प्रभारी प्रबंधक के पद पर पदस्थ है। इसके पूर्व राशन दुकान में सेल्समैन के पद पर पदस्थ रहा है, जिसके पास आय से अधिक संपत्ति पाए जाने की शिकायत जबलपुर लोकायुक्त को मिलने पर मंगलवार को सुबह पांच बजे से कार्रवाई शुरू की गई। इसमें एक करोड़ 41लाख की संपत्ति उजागर हुई है। जबलपुर लोकायुक्त की कार्रवाई में संतोष भगत के पास से ग्राम करौंदा में एक मकान, बिरसा में दो मकान और बालाघाट में एक मकान होना पाया गया है। साथ ही बिरसा में एक होंडा मोटरसाइकिल का शोरूम भी है। इसके अलावा 6 लाख के घरेलू सामान मिले है। 10 मई 2022 को लोकायुक्त कार्यालय जबलपुर के अपराध क्रमांक 0/22 धारा 13(1)B,13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोपित संतोष पिता देवीलाल भगत सहायक समिति प्रबंधक समिति करौंदा बहेरा तहसील बिरसा के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है। जांच में सामने आई सम्पत्ति जिला बालाघाट निवास ग्राम करौंदा बहेरा एवं बिरसा स्थित मकानों पर छापा करवाई की गई निम्न शक्तियां संपत्तियां आरोपित की तथा आरोपित के परिवार के सदस्यों के नाम की प्रकाश में आई है। 1-घर की इन्वेंटरी 6,05,000/- रुपए, 2- बैंकों की एफडी 15 लाख रुपए, 3-एलआईसी पर खर्च 5,25,000/- रुपए 4--आवास मूल्यांकन 6 लाख रुपए, 5--कृषि एवं अन्य भूमि से संबंधित दस्तावेज 28,77,899/- रुपए, 6--बिरसा स्थित 2 भवन लागत 50 लाख रुपए, 7-- बालाघाट स्थित भवन निर्माण लागत 30 लाख रूपए कुल लगभग--1,41,07,899/--₹ एक करोड़ 41 लाख 7 हजार 899 रुपए