भोपाल(ईन्यूज एमपी)- लाडली लक्ष्मी योजना के नए संस्करण का शुभारंभ आज आठ मई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। इसमें उच्च शिक्षा के लिए राशि जोड़ी गई है तो कई ऐसी सुविधाएं भी शामिल की गई हैं, जो बेटियों के अरमान को पूरा करने में मददगार साबित होंगे। बड़े अरमान भाजपा के भी हैं। इस योजना को 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री की अपनी पहली पारी में इस योजना की शुरुआत की थी, जिसे इस कदर सराहा गया कि 2008 के विधानसभा की नैया अकेले इसी योजना ने पार लगा दी थी। 2013 के विधानसभा चुनाव में भी इसका खासा प्रभाव देखा गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ने जानकारी देकर बताया कि दिनांक 02 मई से 11 मई 2022 तक आयोजित लाडली लक्ष्मी उत्सव अंतर्गत दिनांक 08 मई 2022 को शाम 6 बजे से 8 बजे तक आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यकम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के उद्बोधन का सीधा प्रसारण लाल परेड ग्राउन्ड भोपाल से किया जाना है। लाडली लक्ष्मी उत्सव का जिला स्तरीय कार्यक्रम नगर पालिका क्षेत्र सीधी के संजय गांधी महाविद्यालय सीधी के आडिटोरियम में, नगरीय क्षेत्रों के कार्यक्रम, नगर पालिका अधिकारियों द्वारा चयनित जगहों पर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के कार्यकम ग्राम पंचायत भवनों तथा ग्राम पंचायत से अधिक दूरी होने पर ग्राम के आंगनवाड़ी केन्द्रों या अन्य उपयुक्त जगहों में आयोजित किये जाएंगे। लाडली ई-सवांद एप का होगा लोकार्पण मुख्यमंत्री रविवार को लाडली लक्ष्मी उत्सव के तहत लाल परेड ग्राउंड में शाम सात बजे मुख्य कार्यक्रम में इसका शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम में 7,500 लाडलियां उपस्थित रहेंगी। साथ ही सभी जिले, विकासखंड, ग्राम पंचायत और निकायों से भी लाडली लक्ष्मियां और जनप्रतिनिधि वर्चुअली जुड़ेंगे। मुख्यमंत्री लाडली बेटियों से सतत संवाद स्थापित किए जाने के लिए लाडली ई-सवांद एप का लोकार्पण भी करेंगे। '2.0’ में यह है नया एक एप की मदद से सभी बेटियों को समग्र आइडी के माध्यम से शिक्षा पोर्टल से जोड़ा जाएगा, जिससे उनकी शैक्षणिक स्थिति की निरंतर ट्रैकिंग हो सकेगी। बालिकाओं की सर्वोत्तम देखभाल करने वाली ग्राम पंचायतों को लाड़ली फ्रैंडली' ग्राम पंचायत घोषित किया जाएगा। बालिकाओं को कक्षा 12वीं के बाद स्नातक अथवा व्यवसायिक पाठ्यक्रम में जिसकी अवधि न्यूनतम दो वर्ष होगी, प्रवेश लेने पर दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि दो समान किश्तों (25 हजार रुपये)में दी जाएगी। उच्च शिक्षा में स्नातक डिग्री अध्ययन या व्यावसायिक डिप्लोमा के लिए शिक्षण शुल्क का वहन राज्य शासन द्वारा किया जाएगा।