विदिशा (ईन्यूज एमपी)- आजाद अध्यापक शिक्षक संघ म.प्र. ने प्रांताध्यक्ष भरत पटेल के नेतृत्व मेंं पैदल ध्वज यात्रा लेकर भोपाल कूच कर दिया है, जानकारी देते हुए आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष विजय तिवारी जो स्वयं ध्वजयात्रा के सहभागी हैं ने बताया कि विगत चार माह से पुरानी पेंशन लागू करने, दिवंगत अध्यापक शिक्षक साथियों के आश्रित परिवार को अनुकंपा नियुक्ति देने, वरिष्ठता सूची प्रकाशित करने, लंबित क्रमोन्नति आदेश जारी करने, गुरुजी संवर्ग को नियुक्त दिनांक से वरिष्ठता देने इत्यादि मांगों को लेकर भोपाल में 01 मई को शिक्षक महाधिवेशन करने प्रशासन से अनुमति मांगी गई थी किन्तु अनुमति न मिलने कारण विदिशा के बाढ़ वाले गणेश जी की पूजा अर्चना कर भोपाल तक पैदल ध्वज यात्रा निकालने के निर्णय अनुसार आजाद अध्यापक शिक्षक संघ म प्र के सभी जिलों के हजारों पदाधिकारी अध्यापक प्रांताध्यक्ष भरत पटेल के आह्वान विदिशा पहुंच गए स्थानीय प्रशासन ने अध्यापकों को बाढ़ वाले गणेश जी का पूजा अर्चना करने से रोंक दिया गया। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के सभी पदाधिकारी एवं अध्यापक शिक्षक साथी भरी दोपहरी के 45° तापमान में भी सड़क पर बैठकर गणेश जी की पूजा, भजन किया गया। प्रांतीय उपाध्यक्ष विजय तिवारी ने बताया कि नाराज अध्यापक शिक्षक विदिशा से पैदल ही ध्वज यात्रा लेकर कूच कर दिए, जगह जगह भारी पुलिस बल एवं बज्र वाहन अध्यापकों को भय दिखाते रहे किंतु आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष भरत पटेल एवं सभी साथी लगातार पैदल चलकर लगभग 15 किलोमीटर की दूरी तय कर सलामतपुर में ध्वज यात्रा को रात्रि विश्राम दिया गया। एवं 02 मई को ध्वजयात्रा पुनः प्रात: 08:00 बजे प्रांताध्यक्ष भरत पटेल के नेतृत्व में सलामतपुर से बरखेड़ी तक चलकर भोजनविश्राम किया, यह पैदल ध्वज यात्रा लगातार चलती हुई भोपाल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान जी के पास पहुंचेगी। प्रांतीय उपाध्यक्ष विजय तिवारी ने बताया कि सरकार के अफसरानों द्वारा अध्यापक शिक्षक संवर्ग के हितार्थ आदेशों के वावजूद पालन नहीं कर सरकार की मंशा पर विपरीत कार्य करते हैं इसी बात से अवगत कराने, पुरानी पेंशन लागू कराने जैसे महत्वपूर्ण बिंदु पर चर्चा करने 01 मई को भोपाल महाधिवेशन करना था किंतु सरकार ने अनुमति नहीं दिया, इसके पूर्व भी पुरानी पेंशन लागू कराने चार माह पूर्व पेंशन मनोकामना यात्रा प्रदेश के अमरकंटक, रामराजा सरकार, ओंकारेश्वर,महाकालेश्वर, दतिया, मैहर धार्मिक स्थलों में निकाली गई थी जिसमें सरकार के विधायक, मंत्री,सांसद मुख्य अतिथि थे किन्तु समापन अवसर 25 दिसंबर को भोपाल के कार्यक्रम की अनुमति भी निरस्त कर दी गई थी। प्रांतीय उपाध्यक्ष विजय तिवारी ने आम जनमानस, सरकार एवं धर्म के पुजारियों से यह प्रश्न भी किया कि कैसी स्वतंत्रता, कैसा लोकतंत्र है जहां पूजा करने की अनुमति नहीं है,यह भी कहा कि विदिशा में गणेश पूजा से अध्यापकों शिक्षकों को रोकना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, इससे धार्मिक भावनाओं को ठेस लगी है साथ ही लोकतंत्र का चीरहरण हुआ है, प्रशासन का यह कृत्य निंदनीय है।