रीवा(ईन्यूज एमपी)- कलेक्टर मनोज पुष्प ने लापरवाह नईगढ़ी के नायब तहसीलदार और रीवा जपं की सीईओ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सूत्रों की मानें तो लोक सेवा गारंटी अधिनियम अंतर्गत अधिसूचित सेवाओं को समय-सीमा के अंदर निराकरण न करने पर नईगढ़ी के नायब तहसीलदार वंशराखन सिंह पर पांच हजार रुपए का अर्थदण्ड लगाया है। कलेक्टर ने बताया कि नायब तहसीलदार ने 124 आवेदन पत्रों का समय-सीमा के अंदर निराकरण नहीं किया। इसमें से नईगढ़ी के 62 आवेदन पत्र, खर्रा के 45 आवेदन पत्र और रामपुर के 17 आवेदन पत्र निराकरण नहीं किए थे। इसी तरह जनपद पंचायत रीवा की मुख्य कार्यपालन अधिकारी विजय लक्ष्मी मरावी द्वारा लोक सेवा केन्द्र से प्राप्त होने वाले 10 आवेदन पत्रों पर समय-सीमा के अंदर निराकरण न करने पर कारण बताओ नोटिस दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि निर्धारित समय पर स्पष्टीकरण प्रस्तुत न करने पर अर्थदण्ड अधिरोपित किया जाएगा। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में रीवा जपं के सीईओ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है। लापरवाही बरतने पर 6 पटवारी निलंबित सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतों के समाधान पूर्वक निराकरण न करने पर 6 पटवारियों को निलंबित कर दिया है। जानकारी के अनुसार संदीप रावत पटवारी हल्का हिनौती नईगढ़ी, गोपाल तिवारी हल्का तिवनी, कमल पाठक पटवारी हल्का डगडौआ नम्बर दो मऊगंज, नागेन्द्र साहू पटवारी हल्का चाक, रामाश्रय कोल हल्का कल्याणपुर और पवन सोनी पटवारी हल्का बैजनाथ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। संभागायुक्त के पास भेजा निलबंन का प्रस्ताव सीएम हेल्पलाइन में उत्कृष्ट प्रदर्शन न करने पर कलेक्टर ने विभिन्न विभागीय अधिकारियों को निलंबित करने का प्रस्ताव संभागायुक्त को भेजा है। जिसमे कनिष्ठ अभियंता सिद्धमुनि दुबे, प्रधानाध्यापक आरएल दीपांकर, नायब तहसीलदार वंशराखन सिंह, शहरी स्वास्थ्य नोडल अधिकारी डॉ. शरद सोंधिया, सहायक यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग केव्ही सिंह और खाद्य निरीक्षक नीलम उपाध्याय के निलंबन का प्रस्ताव कमिश्नर को भेजा है। इन अधिकारियों की चेतावनी कलेक्टर ने तहसीलदार चन्द्रमणि सोनी, जितेन्द्र तिवारी, अजय मिश्रा, आरती त्रिपाठी को चेतावनी दी है। कहा है कि सीएम हेल्पलाइन के 40 प्रतिशत से कम के निराकरण पर कार्यवाही की जाएगी। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर द्वारा विभिन्न विभागों की सघन मॉनीटरिंग की जा रही है। यहां अच्छे कार्य करने पर प्रोत्साहित किया जाता है। वहीं लापरवाह अधिकारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जा रही है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के गोपनीय प्रतिवेदन में इसकी प्रविष्टि भी की जाएगी।