भोपाल (ईन्यूज एमपी)- खजूरी सड़क थाना इलाके के ग्राम मुगालिया छाप में तीन माह पहले शबनम (35) नाम की महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। तब ससुराल के लोगों ने उसे दफना दिया था। पिछले दिनों शबनम की मां द्वारा बेटी की मौत फांसी लगाने से होने की आशंका जताई गई थी। इस आधार पर पुलिस ने शव को कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम कराया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही शबनम की मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी। खजूरी सड़क थाना संध्या मिश्रा ने बताया कि नरसिंहगढ़ के ग्राम छोटी बैरसिया निवासी शबनम (35) की शादी 15 साल पहले ग्राम मुगालिया छाप निवासी यासीन खान से हुई थी। उनके चार बच्चे भी हैं। उसके ससुराल पक्ष के मुताबिक शबनम अक्सर बीमार रहा करती थी। जिसके चलते तीन माह पहले उसकी मौत हो गई थी। यासीन ने इस बात की सूचना शबनम के परिवार वालों को दी थी। उनकी मौजूदगी में ही शबनम का शव कब्रिस्तान में दफनाया गया था। पिछले दिनों शबनम की मां नजमा बी ने पुलिस में लिखित शिकायत की। उसमें आरोप लगाया था कि उसकी बेटी की मौत स्वाभाविक नहीं हुई थी। नजमा बी ने आरोप लगाया है कि उसका दामाद यासीन, शबनम को प्रताडि़त करता था। प्रताड़ना से परेशान होने के कारण ही उसकी बेटी ने फांसी लगा ली थी, या फिर उसे गला घोंटकर मारा गया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मर्ग कायम किया। साथ ही एसडीएम से अनुमति लेकर गुरुवार को मुगालिया छाप स्थित कब्रिस्तान से शबनम का शव बाहर निकालकर उसका पोस्टमार्टम कराया है। टीआइ मिश्रा ने बताया कि अभी शबनम की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट हो जाएगा कि शबनम की मौत स्वभाविक थी या नहीं। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। कार्टिलेज में फ्रैक्चर से पता चल जाता है मेडिकोलीगल के पूर्व संचालक डा. डीके सत्पथी ने बताया कि यदि शरीर पर त्वचा शेष होगी तो गले पर रस्सी के निशान का पता लग सकता है। यदि चमड़ी शेष नहीं है, तो श्वांस नली के कार्टिलेज की जांच इस मामले से पर्दा उठा सकती है। गला घोंटने या फांसी लगाने की स्थिति में कार्टिलेज में फ्रैक्चर आ जाता है।