सतना (ईन्यूज एमपी)-ग्रामीण विकास के कार्यों की समीक्षा करने अमरपाटन पहुंचे कलेक्टर अनुराग वर्मा ने पुअर परफॉर्मेंस पर दो रोजगार सहायकों की सेवा समाप्त कर दी है। जबकि एक रोजगार सहायक और एक पंचायत सचिव को नोटिस थमाया है। अमरपाटन जनपद पंचायत के ग्रामीण विकास के अमले को कलेक्टर ने दो टूक चेतावनी दी है कि अगर 31 मार्च तक लक्ष्य पूरे न हुए तो एक सप्ताह का वेतन नहीं मिलेगा। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने बुधवार को जनपद पंचायत अमरपाटन में ग्रामीण विकास कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना में कमजोर प्रगति पर ग्राम पंचायत महुडर के जीआरएस धर्मेंद्र तिवारी और ग्राम डिठौरा के जीआरएस उमेश उपाध्याय की सेवा समाप्त करने के आदेश दिए। समीक्षा बैठक में भी उपस्थित नहीं हुए जीआरएस उमेश उपाध्याय के खिलाफ उसकी पदस्थापना की पूर्व पंचायत लामी करही की भी शिकायतें पूर्व से लंबित थीं। यहीं नहीं दोनों जीआरएस कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत की मौजूदगी में होने वाली समीक्षा बैठक में भी उपस्थित नहीं हुए थे। इसी तरह ग्राम पंचायत ककलपुर में भी पीएम आवास की प्रगति कम पाए जाने पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर ने वहां के सचिव और रोजगार सहायक को काम में सुधार न आने पर सेवा समाप्ति की चेतावनी दी। उन्होंने इन दोनों को इस संबंध में नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए। 31 मार्च तक लक्ष्य पूरा करने के दिए निर्देश कलेक्टर ने मनरेगा योजना में कमजोर प्रगति पर दो जीआरएस की सेवा समाप्ति और ककलपुर ग्राम पंचायत के सचिव, जीआरएस को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर वर्मा ने इस दौरान सभी नोडल अधिकारी उपयंत्री वार, ग्राम पंचायतों को पीएम आवास के लक्ष्य निर्धारित कर उसे 31 मार्च तक पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही लक्ष्य पूर्ण नहीं होने पर संबंधित नोडल अधिकारी, ग्राम सचिव, जीआरएस का एक सप्ताह का वेतन काटने की चेतावनी भी दी। कलेक्टर वर्मा ने पौधा बैंक के नवाचार के बारे में पंचायतों में अब तक बनाई गई नर्सरी की जानकारी ली। एसबीएम की समीक्षा के दौरान ताला ग्राम पंचायत में सामुदायिक स्वच्छता परिसर का कार्य शीघ्र प्रारंभ करने और हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड बनवाने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनीं।