बालाघाट(ईन्यूज एमपी)- दो दिन पूर्व जानलेवा हमला होने घायल पूर्व जिला पंचायत सदस्य डाली दमाहे की गुरुवार को मौत हो जाने के बाद से बालाघाट शहर में तनाव का माहौल निर्मित हो गया है। वारदात से लोधी समाज में आक्रोश बढ़ गया है। मौत की खबर मिलने के बाद से लोधी समाज के लोग एकजुट हो गए हैं। वहीं खामोशी के बीच माहौल को भांपते हुए पुलिस बल बढ़ा दिया गया। शाम को जैसे ही शव गोंदिया से बालाघाट लाया गया। भीड़ बढ़ गई, कोसमी में तैनात पुलिस कर्मियों ने भी भीड़ को हटाने हल्के बल का प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया, इसी दौरान भीड़ ने पथराव और तोड़फोड़ शुरू कर दी। पथराव से करीब 6 से ज्यादा पुलिस कर्मी चोटिल हुए हैं। जबकि दो आरक्षक गम्भीर रूप से घायल हो गए हैं। जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये हुए गम्भीर घायल : कोतवाली में पदस्थ प्रधान आरक्षक अजय अकेला व किरनापुर में पदस्थ प्रधान आरक्षक तोपेश कावरे भीड़ की ओर से हुए पथराव में चोटिल हो गए। जिन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। इस पथराव में सीएसपी अपूर्व भलावी समेत कुछ और पुलिस कर्मी चोटिल हुए हैं। क्षेत्र में बढ़ा तनाव : कोसमी में लाठीचार्ज और पथराव के तनाव बढ़ गया है। पुलिस ने इस पूरे इलाके में घेराबंदी कर ली है। आवागमन बंद कर दिया है। ऐसे हुआ विवाद : बब्बर सेना प्रमुख व पूर्व जिला पंचायत सदस्य डाली दमाहे पर मंगलवार की रात जानलेवा हमला हुआ। गंभीर हालत में उन्हें गोंदिया के निजी अस्पताल में रेफर किया गया, जहां गुरुवार को उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपित विहिप के जिलाध्यक्ष को हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है। विहिप के प्रांत मंत्री ललित पारधी और पूर्व जिला पंचायत सदस्य डाली दमाहे के बीच पुराना विवाद है। कोतवाली थाना क्षेत्रांतर्गत काली पाट मंदिर परिसर में महाशिवरात्रि पर शिव बरात निकलने के दौरान दोनों में कहासुनी हो गई। इस बात की जानकारी विहिप के जिलाध्यक्ष संजीव भाऊ अग्रवाल को लगी तो उसने अपने साथियों के साथ डाली दमाहे के गांव गोंगलई पहुंचकर धारदार हथियार से हमला कर दिया। डाली को बचाने गए युवक योगेश मोहारे पर भी आरोपितों ने हमला कर घायल कर दिया।