आदरणीय पाठक बंधु सादर अभिवादन स्वीकार हो। हम आपके लिए एक ऐसा धारावाहिक लेख प्रस्तुत कर रहे है, जिसमे चार ऐसे लोंगो की जानकारी विशेष है , जिन्होंने विभिन्न अलग अलग क्षेत्रो पर बहुत अच्छा कार्य करके लोंगो का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया है, जैसा कि आप हेडिंग से उन कार्यक्षेत्रों के बारे में समझ गए होंगे। मेरी पूरी कोशिश होगी कि उन लोंगो के जीवन के कुछ रोचक, सुखद, और संघर्ष के बारे में जानकारी इकट्ठा करके लिख सकूं, और सहज शब्दो के माध्यम से उस भाव को आपके सामने प्रकट कर सकूं, जिससे आप किसी भी घटना क्रम को पूर्ण रूप से सही समर्थन दे सकें। आपका सचीन्द्र मिश्र सीधी ................................................... 📱 चेहरे चर्चित चार📱 समाजसेवी - व्यापारी - शिक्षक और खिलाड़ी.... ................................................. ✍️ श्रीमती अंजू पाठक 📱 सदस्य जिला उपभोक्ता फोरम सीधी ................................................... चेहरे चर्चित चार में समाजसेवी के कालम में हम जीवनी पेश कर रहे हैं एक ऐसी महिला समाजसेवी की जो रीवा की एक बेटी है तो सीधी की बहू है.... और वह कोई और नही वह हैं जेई वेदाचार्य पाठक की धर्म पत्नी महिला नेत्री श्रीमती अंजू पाठक .... जी हां कुछ वर्षों पूर्व राजनीति में सक्रिय हुई अंजू पाठक का जन्म 24 जुलाई 1980 को रीवा जिले में हुआ, आपकी प्राथमिक शिक्षा अपने पिता श्री के साथ शहडोल में सम्पन्न हुई । जबकि माध्यमिक शिक्षा रीवा एवं हायर सेकेंडरी से लेकर BA , MA, LLB एवं LLM की पढाई आपने रीवा से ही अर्जित की। आपका विवाह 1999 में सिहावल क्षेत्र के मौहार स्थिति प्रतिष्ठित पाठक परिवार में जेई वेदाचार्य पाठक से हो गया। आप ने 2005 में एलएलबी कंप्लीट करने के बाद इलाहाबाद से कोचिंग कर सिविल जज की तैयारी शुरू कर दी सिविल जज में प्रयास करने के बाद भी किस्मत ने साथ नहीं दिया जिसके बाद आपने अपना रुख राजनीति की ओर किया और 2010 से राजनीति में सक्रिय हो गई। आप उपभोक्ता परिवाद परितोषण आयोग कि वतौर सदस्य कई सारे सराहनीय कार्य किए बीमा क्षेत्र में एजेंटों द्वारा छल करने पर दर्जनों लोगों के साथ न्याय किया व्यापारियों द्वारा छले जा रहे सैकड़ों उपभोक्ताओं को न्याय दिलाने में उल्लेखनीय भूमिका अदा करते हुये उपभोक्ताओं के संरक्षण व उन्हें जागरुक करने का कार्य भी किया गया। आपके द्वारा सामाजिक गतिविधियों के क्रियान्वयन में जागरुक महिला होने का परिचय देते हुये परिवार नियोजन के क्षेत्र में उल्लेखनीय भूमिका अदा कि है। आपकी राजनीतिक गतिविधियों पर फोकस करें तो आप 2011-12 में बीजेपी जिला कार्यसमिति कि सदस्य रहीं हैं, 2014 में जिलामंत्री और वर्तमान में BjP उपाध्यक्ष है। जो आगे निरंतर सिहावल क्षेत्र की जनता जनार्दन की सेवा के प्रति समर्पण भाव से कार्य करने में अग्रसर रहेंगीं । कारण कि श्रीमती पाठक मौहार परिवार से तालुक रखती हैं और पाठक परिवार का पूर्व से यंहा वर्चस्व भी रहा है । यह परिवार काफी शिक्षित व पढालिखा होने के नाते प्रशासनिक , सामाजिक क्षेत्रों में अच्छी पैठ रखता है , सिहावल क्षेत्र की जन समस्याओं को लेकर अंजू निराकरण कराने में हमेशा सक्रिय रहती हैं । ................................................... ✍️ कमल कामदार📱 व्यापारी ................................................... चेहरे चर्चित चार के व्यापारिक वर्ग से आज हम आपको रूबरू करा रहे हैं एक खास मेहमान से जो जिले के जाने-माने चेहरों में सुमार हैं ....जी हां हम बात कर रहे हैं " कमल कामदार " की सीधी का एक ऐसा नाम जिसे हर कोई जानता और पहचानता है क्योंकि आपका नाम, काम और आपकी छवि जिले भर में सबसे भिन्न है ...... आपका जन्म सन 1969 में सीधी जिले में ही हुआ पारिवारिक जिम्मेदारियां ज्यादा होने के कारण आपकी पढ़ाई ज्यादा नहीं हो पाई आपने पढ़ाई तो कम की किंतु लढ़ाई ज्यादा की अर्थात व्यापार को ही प्राथमिकता दी और जीवन की वास्तविक चुनौतियों का सामना करते हुए आपने जिले में अपनी अलग पहचान बनाई एक सफल व्यवसाई के रूप में अब जिले भर में ख्याति प्राप्त हैं। आप अपने पिताजी के पदचिन्हों पर चलते हुए अनाज का व्यापार सरिया सीमेंट का व्यवसाय छोटे स्तर से प्रारंभ किया जो आज शीर्ष उंचाइयां हांसिल कर चुके हैं । आपकी रुचि राजनीतिक क्षेत्र में भी पूर्व से रही है आपका रुझान शुरुआत से ही कांग्रेस की ओर रहा है और कांग्रेस से जुड़ने का मुख्य कारण कुंवर अर्जुन सिंह से नजदीकियां रही हैं आप युवा कांग्रेस में दो बार कोषाध्यक्ष भी रहे हैं और तत्कालीन सांसद मानिक लाल सिंह के सांसद प्रतिनिधि के रूप में भी आपने काम किया है। वर्तमान में संगठन सचिव के पद पर कार्यरत हैं एवं सिंधी समाज में उपाध्यक्ष के पद का निर्वहन कर रहे हैं आप भारतीय सिंधु सभा शाखा सीधी के वर्तमान अध्यक्ष और कैट जिला इकाई सीधी के जिला अध्यक्ष हैं , जो हमेशा व्यापारियों के लिए ही कार्यरत रहते है कैट भारत का सबसे बड़ा व्यापारी संगठन है। आप हमेशा नई सोच के साथ जिले के लोगों एवं व्यापारियों के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं, अपने समाज के हितों के लिए भी आपने सदैव कार्यरत रहे हैं। कोरोना के समय में बनी क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के आप सदस्य हैं इस दौरान अपने समाज एवं अन्य समाजसेवियों के साथ मिलकर 75 दिन का गुरुद्वारे से लोगों को भोजन उपलब्ध करवाया एवं प्रशासन को हर संभव मदद जहां भी जरूरत थी आपके द्वारा पहुंचाई गई। आपका कहना है कि जीवन शुरू से ही संघर्ष में था, हमेशा लोगों को खुश करने के लिए आप उत्साहित रहे हैं और आपका एक सिद्धांत नर सेवा नारायण सेवा है... जिसे मूलमंत्र मानकर कमल काम में लगे रहते हैं । सीधी के व्यापार जगत में कमल कामदार का एक वड़ा नाम है ... बड़ी सोच है ... सोच भी नेक है ... इरादे भी नेक हैं । राजनीत को छोड़कर हर क्षेत्र में वह निपुण हैं केवल दलदल की राजनीति में फंसे होने के कारण उनका राजनीतिक विकास आज अधूरा है । ................................................... .....शैलेंद्र सिंह चौहान..... ✍️ प्रभारी प्राचार्य 📱 ................................................... चेहरे चर्चित चार के इस स्तंभ में शिक्षक जगत से एक ऐसा नाम जिसकी दक्षिणी इलाके में आज भी तूंती बोलती है ....वह हैं चर्चित प्रभारी प्राचार्य शैलेंद्र सिंह चौहान.... जी हां पथरौला में पदस्थ शैलेंद्र सिंह चौहान जिन्होंने अपने विद्यालय को उत्कृष्ट विद्यालय के समकक्ष लाकर खड़ा कर दिया है। शैलेंद्र सिंह का जन्म 1 अगस्त 1976 को मझौली के पथरौला में हुआ। आपने MA, PGCT(अंग्रेजी) व b.ed की डिग्री हासिल की है । आप की प्रथम नियुक्ति 7 अक्टूबर 1995 को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कन्या मझौली में हुई इसके बाद आपने उत्कृष्ट विद्यालय सीधी एवं शासकीय हाई स्कूल पथरौला में अपनी सेवाएं दी। आप शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पथरौला में 7 जुलाई 2020 से बतौर प्रभारी प्राचार्य कार्यरत हैं और आपके कार्य जगजाहिर हैं आपने विद्यालय की रंगत बदल कर उसे पठन-पाठन व भवन सभी के मामले में उत्कृष्ट विद्यालय के समकक्ष लाकर खड़ा कर दिया है, ग्रामीणों की माने तो पथरौला एक ऐसा विद्यालय है जहां प्राइवेट स्कूल के बच्चे अपना नाम कटवा कर पढ़ने की इच्छा रखते हैं। श्री सिंह की रूचि सदैव सामाजिक कार्यों में रहती है। आपके द्वारा गरीब परिवार के लड़के लड़कियों की शादी विवाह एवं दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़े होकर आर्थिक एवं सामाजिक रूप से बढ़ चढ़कर मदद की जाती है। आपके द्वारा उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में उत्कृष्ट कार्य किए गए है। बता दें कि जब पूरे जिले में कोविड टीकाकरण के प्रति लोगों में भय एवं नकारात्मकता थी तब आपके द्वारा अपनी जान की परवाह किए बिना शिक्षकों एवं प्रशासन के सहयोग से संकुल अंतर्गत आने वाली समस्त विद्यालयों एवं कंटेंटमेंट एरिया में बढ़ चढ़कर लोगों का टीकाकरण कराया गया और दोनों डोज मिला कर 90% से ऊपर का टीकाकरण कराया गया। शैलेन्द्र अपने विषय के अच्छे जानकार के साथ-साथ अच्छे वक्ता एवं कुशल प्रशासक भी हैं। श्री सिंह के प्रयासों से ही आज विद्यालय का सुंदर एवं सर्व सुविधा युक्त परिसर है एवं यहां के छात्र छात्राएं प्रदेश की प्रवीण्य सूची में आ रहे हैं। तत्कालीन कलेक्टर रविंद्र चौधरी द्वारा दिनांक 10 जून 2021 को विद्यालय का भ्रमण किया गया एवं विद्यालय परिसर , टीकाकरण के कार्यों को देखते हुए श्री सिंह को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सम्मानित किया गया। अधिकांश तौर पर एक सामान्य शिक्षक जब चर्चित होता है तो उसके पीछे कोई न कोई कारण छुपा होता है , कोई न कोई विशेष बाते होती हैं जिसके नाते समाज में उसका नाम होता है और फिर हम जैसे पत्रकार अपने कालम में ऐसे चेहरों को शामिल करके उनका महिमामंडन करते हैं ...? पर यह महिमामंडन कोई कोरा नही झूंठा नही वाकई वनांचल क्षेत्र मझौली इलाके में शैलेन्द्र के नाम की खनक है , लोगों के बीच में सम्मान है और खुद का स्वाभिमान है .... अगर यूं कंहूं कि शैलेन्द्र हर गुण मे निपुण हैं तो अतिशयोक्ति नही होगा । ................................................... ✍️ संयोगिता सिंह भदौरिया📱 वार्डर सुरक्षा / खिलाड़ी ................................................... चर्चित चेहरे चार में हमारी आज कि खिलाड़ी मेहमान एक ऐसी निडर साहसी सीधी की बेटी हैं जिसने लोगों की परवाह किए बिना अपने थे और लक्ष्य को साधा है और जिले का नाम रोशन करते हुए कई सारे मेडल अर्जित किए और अब देश की सेवा में तैनात है हमारी आज की ऐसे ही बहादुर खिलाड़ी हैं संयोगिता सिंह भदोरिया ..... इनका जन्म 15 मार्च सन 2000 को हटवा चितांग सीधी में हुआ उनके पिता का नाम कृष्ण बहादुर सिंह भदोरिया है यह वर्तमान में इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस में कांस्टेबल के रूप में कार्यरत हैं। संयोगिता सिंह ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई ज्योति पब्लिक स्कूल सीधी से की और अभी वर्तमान में ये दिल्ली काशी विद्यापीठ बनारस से B.A कि पढ़ाई कर रही हैं। संयोगिता एक वुशू खिलाड़ी हैं इन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर 3 गोल्ड , 4 सिल्वर , 1 ब्रांज मैडल जिते है। इन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एशियन चैंपियनशिप साउथ कोरिया में ब्रांच मैडल भारत को दिलाया है। संयोगिता ने वुशू खेल की शुरुआत , वुशू कोच मानिंद शेर् अली खान कि देखरेख में पुलिस लाइन से कि। पुलिस लाइन में अभ्यास करते हुए इनका चयन भारतीय खेल प्राधिकरण भोपाल में हो गया।और वहां चयन होने के बाद भी आपका अभ्यास जारी रहा और बेहतर प्रदर्शन का ही प्रतिफल है कि स्पोर्ट कोटा वुशू के अंतर्गत आपका चयन 2019 में ITBP मे महिला कांस्टेबल के रूप में हो गया। संयोगिता कि माने तो इनके माता-पिता ने इन्हें काफी सपोट किया और आज भी करते है। ये कहती हैं कि आगे मै m.p.मे ही जॉब करने के लिए सोच रही हूं किंतु सरकार ..?खैर मुझे खुशी है कि मैं इस खेल से जुड़ी जिसमें मैंने कई पदक एवं सम्मान प्राप्त किया , मेरा सभी बहनों से अनुरोध है की आप लोग भी वुशू मार्सल आर्ट सीखे अपनी आत्म रक्षा के लिए , व आप अब खेल मे भी अपना कैरियर बना सकती है। संयोगिता के जज्बे और कठिन परिश्रम का ही फल है कि सीधी की बेटी आज देश में अपने जिले का नाम रोशन कर रही है।