भुईमाड़(ईन्यूज एमपी)- सीधी जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूर स्थित है थाना भुईमाड़, यह थाना तो अमतौर पर नयें नये माडल का थाने का भवन बना हुआ है, लेकिन इस थानें मे बाउंड्री तक की सुविधा नहीं है, ऐसे मे कितना सुरक्षित है यह ऐ तो समझने के लिए इशारे ही काफी है, यह थाने नाम तो भुईमाड़ थाना हैं लेकिन यह ग्राम पंचायत गैवटा मे बना हुआ है, जो देवरी बांध के पास ही मे हैं, यह थाना चारों तरफ से खुला थाना हैं, इतना तक कि इस थाने में पदस्थ पुलिस कर्मियों के लिए निवास करने के लिए आवास तक की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वही इस थाने मे 100 नम्बर वाहन की सुविधा तक नहीं है, जो आमतौर थानों में रहता हैं, कहीं कहीं तो पुलिस चौकियों पर भी 100 नम्बर वाहन की सुविधा होती हैं, भुईमाड़ थाना अन्तर्गत 37 गांव आते हैं, इस थाना के आने बाले गाँवो की दूरी भी पर्याप्त है, इस थाने में सिर्फ एक चार पहिया वाहन हैं, इसके सिवा ना तो 100 नम्बर वाहन हैं ना टू व्हीलर हैं, दूरस्थ अंचल होने के कारण कभी कभी पुलिस दूसरे स्थान मे जाती हैं, और उसी समय पर अन्य स्थान पर जाना हुआ तो समस्या होती हैं, और तब लगता है कि थाने में अगर 100 नम्बर वाहन की सुविधा होती तो समस्या का सामना ना करना पड़ता, या मान लिया थानें की गाडी अगर मीटिंग में चलीं जाय तब थाना क्षेत्र अन्तर्गत कोई भी घटना हो जाय तो इस थानें फिर कोई चारा नहीं बचता है।, जहाँ एक ओर तरक्की की बात कहीं जाती है वहीं ऐसी स्थिति बनती जो लगता कि 2022 मे नहीं बल्कि 1960 के जमाने में जी रहे हो, अब देखने बाली बात यह होगी कि इस खबर के बाद शासन प्रशासन क्या ठोस कदम उठा पाता है। ✍️भुईमाड़ से बिहारी लाल गुप्ता की रिपोर्ट ....