पथरौला/सीधी (ईन्यूज यमपी) अभिलाष तिवारी :- मझौली थाना क्षेत्र अन्तर्गत पुलिस चौकी मड़वास के निधपुरी निवासी एक युवक की लाश संदिग्ध अवस्था में बैरागढ़ भोपाल अंतर्गत दोहरे रेल्वे ट्रेक के बीच मिलने से क्षेत्र में सनाका खिंच गया। इतना ही नहीं मृतक युवक का शव गृह ग्राम निधपुरी पहुंचने पर परिजनों सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने भदौरा रेल्वे गेट पास बीच सड़क पर शव रख कुशमी सीधी मार्ग का आवागमन बाधित कर दिया गया। घटना की सूचना उपरांत एस डी एम कुशमी आर के सिन्हा, तहसीलदार कुशमी पटेल, नायब तहसीलदार मड़वास रोहित सिंह परिहार, टी आई मझौली दीपक बघेल, चौकी प्रभारी पथरौला केदार परौहा, चौकी प्रभारी मड़वास योगेश मिश्रा, दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। मृतक के परिजनों सहित ग्रामीणों का आरोप था कि मृतक की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक के बीच फेंका गया है। मृतक के सिर और नाक में चोंट लगी है एवं मृतक का दाहिना हाथ तो कटा हुआ है किन्तु शरीर में पहने हुए कपड़े नहीं कटे हैं। यहां तक कि मृतक का आईडी कार्ड गले में लटका हुआ है। परिजनों के द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक मृतक सतीश गुप्ता पिता स्व. राजरुप गुप्ता उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम निधपुरी तकरीबन छह महीने से चिरायु मेडिकल कॉलेज भोपाल में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत था। बताया की 30 दिसम्बर को 9.30 बजे रात्रि तक अपनी डियुटी किया और इस दौरान परिजनों से दूरभाष पर बातें भी हुई तथा इसी रात्रि युवक की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया। तत्पश्चात 31 दिसंबर को मड़वास पुलिस चौकी द्वारा दूरभाष के माध्यम से सुबह तकरीबन 7 बजे घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दी गई। बताया गया कि मृतक के कुछ रिश्तेदार चिरायु मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती हुए थे। घटना की सूचना पर घटना स्थल सहित जीआरपी थाने पहुंचे जहां से शव का पोस्टमार्टम करने के बाद शव मृतक के रिश्तेदारों को सौंप दिया गया और मृतक के रिश्तेदारों के द्वारा निजी एंबुलेंस से शव गृह ग्राम निधपुरी लाया गया। हत्या की जताई थी आशंका:- मृतक के परिजनों के द्वारा बातचीत के दौरान बताया गया कि युवक द्वारा पूर्व में अपने हत्या की आशंका जताई गई थी। बताया गया कि बीते दिनों चुरहट के सर्रा में चिरायु मेडिकल कॉलेज भोपाल के द्वारा लगाए गए शिविर में मृतक भी आया था। इसी दौरान मृतक अपने विभाग के प्रमुख अफताब से बिना बताए ही रात्रि में घर चला आया था। दुसरे दिन सुबह शिविर में पहुंचने के बाद एच ओ डी अफताब और मृतक सतीश गुप्ता के बीच बिना बताए ही गांव जाने की बात को लेकर कहासुनी शुरू हुई और बात गाली गलौज तक पहुंच गई। जिस पर फार्मासिस्ट विभाग प्रमुख अफताब द्वारा सतीश गुप्ता को भोपाल पहुंचने पर देख लेने की धमकी दी गई थी। जिसकी जानकारी सतीश गुप्ता द्वारा अपने परिजनों को देते हुए अपने हत्या की आशंका जताई गई थी। इतना ही नहीं 30 दिसम्बर की रात में मृतक सतीश गुप्ता द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से अपने परिजनों, रिश्तेदारों सहित परिचितों को अपने विभाग प्रमुख अफताब से अपनी जान का खतरा होने की आंशका जताई गई थी, और उसी दरम्यानी रात को सतीश की मौत हो गई। जिससे यह साबित होता है कि सतीश की आशंका सही थी। मृतक के परिजनों का कहना था कि एच ओ डी अफताब को गिफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की जाए एवं घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए। विधायक के आश्वासन के बाद खुला मार्ग:- घटना की सूचना पर धौहनी विधायक कुंवर सिंह टेकाम मौके पर पहुंचे और परिजनों के द्वारा लगाए गए आरोप को गंभीरता से लेते हुए तत्काल भोपाल पुलिस अधीक्षक से बात कर घटना की जांच करवाने एवं पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया गया। तत्पश्चात सीधी सायं 3 बजे कुशमी सीधी मार्ग का आवागमन चालू हुआ।