भोपाल (ईन्यूज एमपी)-इस बार कोरोना संक्रमण से बचाव के मापदंडों का पालन करने के लिए केवल 61 विधायकों के लिए सदन में बैठने के इंतजाम किए गए। इनमें मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष सहित भाजपा के 32, कांग्रेस के 22 और बसपा के दो, सपा के एक व चारों निर्दलीय विधायकों के नाम से सीट का आवंटन किया गया। शेष विधायक जिला एनआइसी कार्यालयों के जरिए कार्यवाही में ऑनलाइन हिस्सा लिया, जहां बात करें विंध्य क्षेत्र कि तो सीधी से भाजपा के वरिष्ठ नेता केदारनाथ शुक्ला व कांग्रेस से सिहावल विधायक कमलेश्वर पटेल शामिल हुए। ग्वालियर चंबल अंचल से कोई भी विधायक स्थानीय एनआइसी सेंटर से विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हुआ। यहां से जितने भी मंत्री हैं वे भोपाल में ही शामिल हुए। बुंदेलखंड के छतरपुर एनआइसी सेंटर में बिजावर विधायक राजेश शुक्ला बबलू शामिल हुए। जबलपुर से विधानसभा की वर्चुअल कार्यवाही में चार विधायक जुड़े। जब मुख्यमंत्री कोविड पर चर्चा कर रहे थे तब कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने जबलपुर में बढ़ते कोविड के मामले पर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व उनको पत्र लिखा था, जिसके लिए उस वक़्त मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया था कि वह पत्र प्रमुख सचिव को भेज दिया गया है, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा जबलपुर में बेड बढ़ाने प्रयास कर रहे हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा के विशेष सत्र में विधेयक पास होने के साथ मंत्री उषा ठाकुर के जयस को लेकर दिए बयान पर हंगामा हुआ। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने सीएम से कोरोना की स्थिति बताने के लिए कहा, सीएम ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति का ब्यौरा दिया और इसके बाद विधानसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई। सत्र की शुरुआत में दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के बाद पांच मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित की गई। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री ने अध्यादेशों/पत्रों को विधानसभा के पटल पर रखा। सामयिक अध्यक्ष द्वारा विधानसभा सदस्यता से त्याग पत्र दे चुके सदस्यों की सूचना सदन को दी गई। सामयिक अध्यक्ष ने सदन को सूचित किया कि वित्तमंत्री अनुपस्थित हैं, उनके कार्य संसदीय कार्य मंत्री संपादित करेंगे। धन विधेयक /विनियोग सदन में प्रस्तुत हुआ। मध्य प्रदेश विनियोग विधेयक 2020 पारित हुआ। संसदीय कार्य मंत्री ने समस्त विभागों की अनुदान मांगों एक साथ प्रस्ताव प्रस्तुत किया। गोविंद सिंह मुख्य सचेतक कांग्रेस विधायक दल ने तथा नेता प्रतिपक्ष ने चर्चा कराने का अनुरोध किया। संसदीय कार्य मंत्री ने सर्वदलीय बैठक का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां इन बिंदुओं पर चर्चा हुई है। आपत्ति विचार न करते अनुदान मांगें पारित कर दी गईं। मंत्री उषा ठाकुर द्वारा जय आदिवासी युवा संगठन को लेकर दिए बयान पर विधानसभा में हंगामा हुआ। मंत्री ने पिछले दिनों जयस को देशद्रोही संगठन बताया था। पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल हनी ने यह मुद्दा उठाया। सदन में हंगामें के बीच मध्यप्रदेश साहूकार संसोधन विधेयक 2020, अनुसूचित जनजाति ऋण विमुक्ति विधेयक 2020 पारित हो गए। संसदीय कार्यमंत्री ने प्रस्ताव प्रस्तुत किया कि सर्वदलीय बैठक निर्णय के अनुसार सदन कार्यवाही समाप्त की जाए। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कोविड-19 पर जानकारी देने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान से आग्रह किया। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर सदन में जानकारी दी। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई।