सेमरिया (ईन्यूज़ एमपी): सीधी जिले के सेमरिया क्षेत्र के दर्जनों गांवों में बीते 8 घंटे से ज्यादा वक्त से बिजली गुल है, लेकिन अफसरों की ज़ुबान और लाइन—दोनों ही 'डाउन' हैं। आज शाम 4 बजे हल्की बारिश और मामूली तूफान ने जैसे ही दस्तक दी, बिजली व्यवस्था पूरी तरह ढह गई। उसके बाद से न कोई अपडेट, न कोई सुधार — और न ही कोई ज़िम्मेदारी लेने वाला अधिकारी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक 33 हज़ार वोल्ट की लाइन में फॉल्ट आया है। लेकिन फॉल्ट ठीक कब होगा? इस सवाल पर सिर्फ़ खामोशी की चुप्पी है। अंधेरे में डूबे गांव: सेमरिया, कुबरी, बढ़ौरा, बम्हनी, देवगढ़, झगरहा, हस्तिनापुर, चूल्ही, मिर्चेवर, रामगढ़, कठौतहा, मनकीस समेत कई गांव टॉर्च, मोमबत्ती और मोबाइल की बैटरी के सहारे जीवन जी रहे हैं। जनता कह रही है: 👉 "बिजली गई, तो पानी गया – अब पीने तक को नहीं बचा!" 👉 "बच्चे पढ़ नहीं पा रहे, बुजुर्ग परेशान, मच्छर मेहमान!" 👉 "हर महीने बिल समय पर आता है, लेकिन सेवा समय से क्यों नहीं?" व्यंग्य करते हुए ग्रामीण बोले – "लाइनमैन तो दिखते नहीं, शायद वे भी पंखा नहीं चलने से चक्कर खा गए होंगे!" गर्मी से बेहाल लोग कह रहे हैं कि ये कोई प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि बिजली विभाग की अकर्मण्यता की देन है। लोगों ने बिजली विभाग से जल्द समाधान की मांग की है, वरना अधिकारियों को जनता जल्द ही 'लाइव फीडबैक' देना शुरू करेगी।