कोतबा, जशपुर(ईन्यूज एमपी)- जिले में विकास के दावों के बीच सड़क की कमी की वजह से एक बुजुर्ग की जान चली गई। वहीं शव को परिजनों को कांधे में ढोकर नदी और पगडंडी पार कर घर जाना पड़ा। पत्थलगांव तहसील के ग्राम पंचायत फरसाटोली के आश्रित ग्राम गोलियाढ़ बनटोला निवासी रातूराम (65) लंबे अर्से से हृदयरोग सहित अन्य बीमारियों से जूझ रहा था। शनिवार की सुबह अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। परिजनों ने बुजुर्ग को अस्पताल ले जाने के लिए एक निजी वाहन किराए में लिया गया, लेकिन यह वाहन सड़क के अभाव गांव तक नहीं पहुंच पाया। मजबूर परिजन खाट में लिटाकर रातू राम को कांधों में लेकर ढाई किलोमीटर का का सपुर पैदल तय कर मुख्य मार्ग में खड़े वाहन तक पहुंचे। इसमें लगभग एक घंटे का समय लग गया। कोतबा अस्पताल पहुंचने पर यहां के चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद रातू राम को मृत घोषित कर दिया। शोक में डूबे हुए निराश परिजन उसी वाहन से शव को लेकर घर के लिए रवाना हो गए, लेकिन घर तक शव को पहुंचाने के लिए एक बार फिर उन्हें शव को कांधे पर रख कर पहाड़ी नाला और पगडंडी पार करना पड़ा। रातूराम के बेटे तिलक मिरी का कहना है कि सड़क की कमी गांव के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है।