लखनऊ(ईन्यूज़ एमपी)- देवरिया जिले के सलेमपुर क्षेत्र में सरकारी प्राइमरी स्कूल के नाम परिवर्तित कर आदर्श इस्लामिया प्राइमरी स्कूल करने और शुक्रवार को विद्यालय बंद रखने की बात सामने आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त लहजे में कहा कि इस प्रकार की शरारत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. प्रदेश में विद्यालय किसी जाति या मजहब के रूप में नहीं रहेंगे. योगी ने कहा कि प्राइमरी स्कूल बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत ही रहेंगे. प्राइमरी स्कूल की जो पहचान है वैसे ही रहेंगे. किसी जाति या मजहब के रूप में विद्यालयों की पहचान नहीं होगी. इस तरह की किसी भी हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बता दें कि देवरिया जिले के सलेमपुर तहसील के नवलपुर गांव में स्थित प्राइमरी स्कूल के बिल्डिंग में विद्यालय का नाम प्राइमरी स्कूल की जगह इस्लामिया प्राथमिक विद्यालय नवलपुर में तब्दील कर दिया. इतना ही नहीं रविवार के बजाए शुक्रवार को विद्यालय बंद रहता है. एक तरह से सरकारी स्कूल को मदरसे में तब्दील कर दिया गया. इस बात के सामने आते ही बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया था. देवरिया के जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से जांच पत्रावली तलब करते हुए इस मामले की जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया. इसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार पांडे ने जांच में पाया कि कागजों और रजिस्टर पर स्कूल का नाम राजकीय प्राथमिक विद्यालय है जबकि स्कूल का बोर्ड इस्लामिया प्राथमिक विद्यालय के तौर पर लिखा गया है. देवरिया जिले में अभी तक ऐसे 6 स्कूल सामने आए हैं जिन्होंने खुद को सरकारी नियमों से अलग करते हुए राजकीय प्राथमिक विद्यालय की जगह इस्लामिया प्राथमिक विद्यालय में तब्दील कर लिया. इतना ही नहीं इन सरकारी स्कूल को पूरी तरह मदरसों की तर्ज पर चलाया जा रहा है, जहां स्कूलों की दीवारों पर मजहबी नारे और मजहब के बारे में लिखी बातें मिली है. विद्यालय में बच्चों के नाम और शिक्षकों के हस्ताक्षर और पढ़ाई सब कुछ उर्दू में हो रही थी.