जबलपुर(ईन्यूज एमपी)--- नार्दर्न कोल्डफील्ड लिमिटेड (एनसीएल) में भ्रष्टाचार के मामले में मंगलवार को भी सीबीआइ ने जांच जारी रखी। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के बीना में एक ठेकेदार विनोद सिंह के आवास एवं कार्यालय में छापेमारी की है। विनोद भी एनसीएल में सप्लायर बताया जा रहा है। वहीं, सोमवार को छापे के दौरान घर से गायब मिले एनसीएल के चीफ विजिलेंस अधिकारी (सीवीओ) रविंद्र प्रसाद मंगलवार को उपस्थित हो गए। उनसे लंबी पूछताछ की गई है। अभी और कई अधिकारी और ठेकेदार संदेह के घेरे में हैं। सीबीआई की अलग-अलग टीमों ने मंगलवार को एनसीएल कार्यालय में ठेकों से संबंधित अभिलेख खंगाले। सिंगरौली में कई अधिकारियों से अलग-अलग पूछताछ की। निगाही परियोजना के प्रोजेक्ट इंजीनियर धनंजय कुमार सिंह, निगाही सीएचपी के डिप्टी मैनेजर कुंदन चौधरी के घर की जांचगिरफ्तार सीएमडी के पीए सूबेदार सिंह, मुख्य सुरक्षा अधिकारी कर्नल बसंत कुमार सिंह के नजदीकी कुछ अधिकारी और कर्मचारियों से भी पूछताछ हुई है। पूछताछ में मेसर्स संगम इंजीनियरिंग के निदेशक रविशंकर सिंह के बारे में भी कई गंभीर जानकारियां प्राप्त हुई है। • सोमवार को छापेमारी में घर पर नहीं मिले एनसीएल के सीवीओ रविंद्र प्रसाद मंगलवार को सिंगरौली लौट आए। • सीबीआई ने सीवीओ की घर की तलाशी ली है। पूछताछ में सीवीओ ने रक्षाबंधन पर्व पर घर जाने की बात कही है। • सोमवार को जांच में घर पर नहीं मिलने एक सुरक्षा एजेंसी के संचालक उदय नारायण सिंह उर्फ गुड्डू भी मंगलवार को सीबीआई के समक्ष उपस्थित हुए। • ठेकेदार ने दिल्ली में होने की जानकारी दी थी। दोनों से मंगलवार को काफी देर तक सीबीआइ ने पूछताछ की है। सीबीआई के निशाने पर एनसीएल के दो पूर्व सीएमडी है। इनके कार्यकाल में हुए ठेकों की प्रक्रिया से संबंधित अभिलेख जांचे जा रहे हैं। पूर्व सीएमडी भोला सिंह के नोएडा और पूर्व सीएमडी पीके सिन्हा के रांची स्थित आवास तक जांच दल पहुंचा है। दोनों अधिकारियों से संबंधित अभी अधिक जानकारी सामने नहीं आई हैं। एनसीएल में खरीदी में गड़बड़ी की जांच के डीएसपी जाय जोसफ दामले ने घेरे में आए अधिकारियों को बचाने के लिए रिश्वत मांगी थी। इसमें मध्यस्थता एनसीएल में बड़ा सप्लायर रविशंकर सिंह था। उसका एक साथ ही अधिकारियों से पांच लाख रुपये लेकर डीएसपी को देन जबलपुर आया था। इस मामले में अभी तक एनसीएल के दो अधिकारी सहित छह आरोपितों पर नामजद एफआईआर हुई है। कुछ अज्ञात आरोपितों पर भी मामला पंजीबद्ध किया गया है।