भोपाल (ईन्यूज एमपी)-भारत निर्वाचन आयोग की टीम के मध्य प्रदेश दौरे का आज आखिरी दिन था। इलेक्शन कमीशन द्वारा आज मुख्य सचिव और DGP के साथ महत्वपूर्ण बैठक कि गई। प्रदेश में निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर यह बैठक हुई। जिसमें चुनाव में सुरक्षा, प्रबंधन के मामलों पर चर्चा हुई वहीं दोपहर केंद्रीय चुनाव आयोग ने तैयारी को लेकर की गई समीक्षा पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग की तैयारियां जोरों पर है। तीन दिवसीय दौरे पर केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम मध्य प्रदेश पहुंची हुई है जहां उनके द्वारा तीन दिनों में विभिन्न राजनीतिक दलों कलेक्टर एसपी से लेकर चीफ सेक्रेटरी के साथ बैठक की गई और आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए जानकारियां साझा की गई मीडिया से मुखातिब होते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने आश्वासन दिया है कि निष्पक्ष चुनाव कराए जाएंगे चुनाव की समीक्षा की गई है आगामी चुनाव में मतदाता बढ़-चढ़कर हिस्सा ले एवं सीनियर सिटीजन से वोटिंग के लिए खास व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि एक ही परिवार का मतदान केंद्र एक स्थान पर होगा। सेंसिटिव केदो पर पैरामिलिट्री फोर्स लगाई जाएगी जो पहले आएगा उसका वोट पहले डाला जाएगा धनबल बाहुबली पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। चुनाव आयुक्त ने जानकारी देते हुए बताया है कि मध्य प्रदेश में6180 मतदाता 100 साल से ऊपर के हैं ,7 लाख 12 हजार मतदाता 80 साल से ऊपर, 18 से 19 साल के फर्स्ट टाइम वोटर 18 लाख 86 हजार है और इस प्रकार से कुल मतदाताओ कि संख्या 5 करोड़ 52 लाख है। मध्य प्रदेश के 230 विधानसभाओं में एक-एक AEROs नियुक्त होंगे 50% से अधिक मतदान केदो पर वेबकास्टिंग कराई जाएगी। 15000 आदर्श मतदान केंद्र बनाए जाएंगे 6920 मतदान केंद्र में महिला मतदान प्रतिशत पुरुषों की तुलना में 10% कम है. इसे बढ़ाने पर खास फोकस किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हर 2 किलोमीटर की दूरी पर पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं 362 नए पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं सीनियर सिटीजंस को वोटिंग में प्राथमिकता देने के लिए उनका मतदान घर से कराया जाएगा वोटिंग करने निर्वाचन की टीम उनके घर जाएगी इसके लिए उन्हें का 12 दी भरना पड़ेगा जो नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के 5 दिन के भीतर भरा जाएगा संवेदनशील मतदान केदो पर किसी अपनी घटना की सूचना मिलने पर 100 मिनट में रिस्पांस टीम पहुंचेगी। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों को तीन अखबारों में अपनी जानकारी देनी होगी जिसमें उसे संबंधित अपराध की जानकारी देनी होगी राजनीतिक दलों को भी बताना होगा कि उन्होंने ऐसे व्यक्ति का चुनाव क्यों किया साथ ही 5:00 बजे के बाद एटीएम के लिए नोटों का परिवहन करने वाले वाहनों को चलाने की अनुमति नहीं होगी सोशल मीडिया पर शक्ति रहेगी जिसकी जिम्मेदारी जिलाधिकारी पर रहेगी। बता दें कि एमपी में विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियों को लेकर तीन दिवसीय समीक्षा बैठक (4 से 6 सितंबर तक) भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय, निर्वाचन आयुक्त अरूण गोयल ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में की। प्रदेश के सभी 53 जिलों के कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, संभागीय कमिश्नर और आईजी की तैयारियों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।