मऊगंज (ईन्यूज एमपी)-मऊगंज जिले के नईगढ़ी कस्तूरबा गांधी छात्रावास की दो दर्जन बच्चियां मौसमी बीमारी की चपेट में है। 20 छात्राओं को नईगढ़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया। जिसमे 10 छात्राओं को छुट्टी दे दी गई है। जबकि चार बच्चियां को रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। चिकित्सकों का कहना है कि दो दिन के भीतर कई छात्राओं को सांस लेने में दिक्कत हुई है। सभी के शरीर में दर्द है। बारी-बारी से बच्चियां अस्पताल आ रही है। किसी भी तरह की हताहत होने की खबर नहीं है। धीरे-धीरे बच्चियां रिकवर हो रही है। बेहतर उपचार के लिए दो से चार छात्राओं को रीवा भेजा है। आरोप है कि जिम्मेदार नहीं आते हैं। चतुर्थ श्रेणी के भरोस हॉस्टल चल रहे है। न बच्चों की उचित देखभाल हो रही है। न सही डंग का भोजन-पानी मिल रही है। नईगढ़ी विकासखंड सीएसी कौशलेश चतुर्वेदी ने बताया कि शनिवार की दोपहर बीआरसी का फोन आया था। उन्होंने कहा कि तीन-चार बच्चियां बीमार है। सीएचसी में चिकित्सकों से बात किया हूं। वहां डॉक्टरों से बात करने पर पता चला कि तीन बच्चियां रीवा रेफर हो गई है। रीवा में जांच के बाद बीमारी का पता चलेगा। नईगढ़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेडिकल ऑफिसर डॉ. आरसी पटेल का कहना है कि दो दिन से बच्चियां आ रही है। 15 से 20 बच्चियों को दिक्कत है। पूरी बॉडी में दर्द और सांस लेने में दिक्कत है। ऑक्सीजन सपोर्ट में रखा गया है। दवा दी जा रही है। चार लोगों को रेफर कर दिया है। रीवा में अब डायनोसिस कराई जाएगी। 19 अगस्त को सुबह सुधा साकेत पुत्री रघुवीर साकेत उम्र 18 वर्ष निवासी ग्राम चिल्ल की छात्रावास में हालत बिगड़ गई। छात्रावास के जिम्मेदारों ने परिजनों को अवगत कराया। गंभीर हालत में छात्रा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नईगढ़ी में भर्ती कराया। कुछ देर बाद अन्य छात्रों के परिजन भी छात्रावास गए। देखे कि बच्चियां बीमार है। उनको अस्पताल लेकर पहुंची है।